मां वैष्णो देवी के दर्शन करके लौट रहे दंपति का ट्रेन में खोया बच्चा, फिर दो दिन बाद मिला उसी ट्रेन में, जाने कैसे

Smriti Nigam
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जम्मू से झांसी जा रही मालवा एक्सप्रेस में एक दो महीने का बच्चा खो गया लेकिन यह दो महीने का बच्चा फिर दो दिन बाद उसी ट्रेन की अपर बर्थ में मिल गया। बच्चा बिल्कुल सुरक्षित हालत में मिला घटना को लेकर पुलिस ने शिकायत भी दर्ज कर ली है।

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है

बताया जा रहा है कि यह घटना 6 अप्रैल की है। मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले उमेश अहिरवार अपनी पत्नी सुखवती के साथ जम्मू से वापस झांसी जा रहे थे। उनके साथ उनका दो महीने का बच्चा भी था। परिवार वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गया था। वापस आते वक्त मालवा एक्सप्रेस में दोनों सफर कर रहे थे। उमेश को S2 कोच की 13वीं नंबर की सीट और 14 नंबर सीट अलॉट की गई थी। 13 नंबर मिडिल बर्थ था। 14 नंबर अपर बर्थ। उमेश अपर बर्थ पर सोए हुए थे और उनकी पत्नी सुखवती अपने बच्चे के साथ मिडिल बर्थ पर थीं।

मध्य प्रदेश के डबरा स्टेशन के पास उमेश की नींद खुली उन्होंने नीचे वाली बर्थ में अपने बच्चे और पत्नी को झांक कर देखा तो बच्चा वहां नहीं था। उमेश ने तुरंत अपनी पत्नी को जगाया और बच्चे की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान उमेश ने ग्वालियर स्टेशन पर पुलिस को अपने बच्चे के गायब होने के बारे में भी बताया। 7 अप्रैल को ग्वालियर स्टेशन पर रेलवे पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करते हुए इसकी जांच भी शुरू की।

कैसे मिला बच्चा?

लेकिन फिर दो दिन बाद कमाल हुआ 8 अप्रैल को ग्वालियर रेलवे पुलिस के पास इंदौर रेलवे पुलिस ने फोन किया। उन्होंने बताया कि मालवा एक्सप्रेस में 2 महीने का बच्चा मिला है। बताया जा रहा है कि 8 अप्रैल को एक दंपति ने इंदौर रेलवे पुलिस को यह बच्चा सौपा। उन्होंने कहा कि यह बच्चा मालवा एक्सप्रेस की अपर बर्थ पर सोता हुआ मिला था।

इसके बाद उमेश से संपर्क किया गया। बच्चा मिलने पर उन्होंने पुष्टि की की यह बच्चा उन्हीं का है। हालांकि अभी तक बच्चे के गायब होने की कोई वजह नहीं पता चल पाई है। ग्वालियर GRP TI के पंकज दीवान का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। जल्द ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया जाएगा।

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