शिवम का आईआईटी गुवाहाटी में पीएचडी के लिए चयन

उत्तरा न्यूज टीम
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पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के शिवम पांडे का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गुवाहाटी में पीएचडी के लिए चयन हुआ है। उनके चयन पर पिथौरागढ़ महाविद्यालय परिवार ने खुशी जताते हुए इसे महाविद्यालय एवं पूरे पिथौरागढ़ के लिए एक उपलब्धि बताया है।

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आई.आई.टी. की त्रि-स्तरीय परीक्षा पास कर भारतीय सेना की रेक्रूट्मेंट नीति में आए बदलावों एवं उनके प्रभावों पर शोधकार्य हेतु शिवम का चयन हुआ है। यह पहली बार है कि महाविद्यालय के सैन्य विभाग से किसी छात्र का पीएचडी के लिए आई.आई.टी में चयन हुआ है।

शिवम ने अपनी स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई पिथौरागढ़ महाविद्यालय से की है। वर्ष 2018 में उन्होंने महाविद्यालय के सैन्य विभाग से एमएससी. कि डिग्री प्राप्त की। इससे पूर्व वर्ष 2020 में शिवम यूजीसी नेट-जे.आर.एफ. की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर चुके हैं।

महाविद्यालय के सैन्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.डी. के.उपाध्याय ने कहा कि “यह हमारे विभाग और महाविद्यालय के लिए बहुत ही गर्व का विषय है। शिवम बहुत ही जरूरी विषय पर शोध करने जा रहे हैं जो सीधे उत्तराखंड की सामाजिक, आर्थिक और भौगोलिक परिस्थितियों से जुड़ता है।”

इस मौके पर सैन्य विभाग के ही डॉ.सतीश जोशी, डॉ. एस. कुमार, डॉ. राजेन्द्र सिंह राणा ने इस उपलब्धि को पूरे विभाग के लिए गौरवान्वित करने वाली खबर बताया और कहा कि इससे अन्य छात्र-छात्राएं भी अकादमिक क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा लेंगे।

पिथौरागढ़ महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. डी. एस. पांगती ने खुशी जताते हुए कहा कि शिवम पढ़ाई के साथ साथ महाविद्यालय में पढ़ने लिखने की संस्कृति के प्रसार में भी सक्रिय रहे थे। शिवम के चयन से अन्य छात्र छात्राओं के लिए उच्च स्तरीय संस्थानों में जाने की उम्मीदें परवान चढेंगी।

इतिहास विभाग के डॉ। हेम चंद्र पांडे ने हर्ष जताते हुए कहा कि शिवम का आईआईटी गुवाहाटी में चयनित होना पिथौरागढ महाविद्यालय के लिए एक शानदार उपलब्धि है। शिवम के चयन से सीमांत के छात्र छात्राएं नि:संदेह प्रेरित होंगे और आगे बढ़ेंगे।

शिवम ने बताया कि शोध एवं अध्ययन के प्रति अभिरुचि ‘आरंभ’ के साथ सामूहिक रूप से ‘पढ़ने की संस्कृति’ पर कार्य करते हुए ही जागृत हुई। छात्र जीवन से ही शिवम ‘आरंभ स्टडी सर्कल’ के माध्यम से पिथौरागढ़ में बहुत सी सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका में रहे हैं। वे स्वतंत्र शोधार्थियों के समूह ‘उत्तराखंड रिसर्च ग़्रुप’ से भी जुड़े हुए हैं।

शिवम के चयन पर खुशी जताते हुए जनमंच के संयोजक भगवान रावत ने कहा कि शिवम सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं और क्षेत्र के हित के बहुत से मुद्दों पर सक्रिय थे। यह सीमांत के लिए उपलब्धि उन्होंने सच्चे अर्थों में पढ़ाई और लड़ाई साथ साथ के नारे को चरितार्थ किया है।

उनके चयन पर पूर्व सभासद सुबोध बिष्ट, पूर्व विधायक काशी सिंह ऐरी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राकेश जोशी, महेंद्र रावत, जनता पुस्तकालय संचालिका शीला पुनेठा समेत महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने खुशी जाहिर की है।