दरभंगा नई दिल्ली सुपरफास्ट ट्रेन बनने वाली थी तब बर्निंग ट्रेन, चालक की होशियारी ने बचाई सबकी जान

Smriti Nigam
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Indian Railways: पटना पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के छपरा सिवान रेल खंड पर स्थित चैनवा रेलवे स्टेशन के समीप 02569 अप दरभंगा- नई दिल्ली क्लोन स्पेशल ट्रेन लोको पायलट सूझबूझ से द बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। कहा जा रहा है कि क्लोन स्पेशल ट्रेन 108 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चैनवा स्टेशन के पास से गुजर रही थी।

इस बीच रेलवे विद्यु तीकरण के एसएसपी क्षेत्र में लगी आग की तेज लपटें रेलवे ट्रैक की तऱफ पहुंच गई थी।

इमर्जेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका

चलती ट्रेन की तरफ आज की लपटे पहुंचने की स्थिति में बड़े हादसे की आशंका को देखते हुए लोको पायलट जीके गहलोत व सीनियर एल्प सुजीत कुमार सिंह ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को चैनवा स्टेशन के पश्चिमी आउटर सिग्नल पर ही रोक दिया। इमरजेंसी ब्रेक लगने पर ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। उधर चालक व सीनियर सहायक चालक ने चैनवा स्टेशन मास्टर को आग लगने की सूचना दी।

नहीं रुकती तो जल जाती ट्रेन

मौके पर पहुंचे हुए रेलवे के ग्रुप डी कर्मियों, स्टेशन मास्टर, रेल कर्मियों, चालक, उपचालक पीडी आदि ने आसपास के ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। इसी बीच फायर ब्रिगेड कर्मी भी मौके पर पहुंच गई।स्पेशल ट्रेन के चालक व उपचालक का कहना है कि अगर ट्रेन की इमरजेंसी ब्रेक लगाकर उसे चैनवा में नहीं रोका जाता, तो ट्रेन का पावर इंजन आग की लपटों के बीच से शायद पार कर जाता। आग की लपटें ट्रेन की यात्री बोगियों में पकड़ लेतीं. इससे द बर्निंग ट्रेन बनने से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।