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हालात : संरक्षण के अभाव में बदहाल जीआईसी भवन बना आवारा छोड़े पशुओं का पनाहगाह

Newsdesk Uttranews
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भवन की बदहाली पर आंख मूदे बैठे है शिक्षा विभाग के अधिकारी
नकुल पंत
चम्पावत। लोहाघाट में समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित छात्रावास के ठीक सामने स्थित जीआईसी भवन इन दिनों गोवंश सहित आवारा कुत्तों का पनाहगार बनता जा रहा है। चाहरदीवारी नहीं होने से लोगों के द्वारा छोड़े गये जानवर यहां पनाह ले रहे हैं। नवोदय विद्यालय के इस जगह के शिफ्टिंग के बाद से यह भवन लगातार क्षतिग्रस्त होता जा रहा है। देखरेख के अभाव के चलते यहां कूड़े के अंबार लगते जा रहे हैं।
अभी कुछ बर्षों पहले तक जीआईसी के इस भवन में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय का संचालन किया जा रहा था। विद्यालय की ओर से छमनियां नामक स्थान पर अपनी बिल्डिंग बनाये जाने के बाद से इस भवन के हालात दिनों दिन बद से बदतर होते जा रहा है। संरक्षण के अभाव में आवारा जानवरों की पनाहगाह बनता जा रहा है। भवन को बारिश से सुरक्षित रखने वाली नालियों म़े घास जम गई है। कमरों के अंदर गाय के गोबर और आवारा कुत्तों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी से कीचड़ बढ़ता जा रहा है । बताते चलें लगभग एक दशक पहले लाखों खर्च कर बना यह भवन अब स्कूली बच्चों के पढ़ने लायक नहीं रहा। देखरेख के अभाव में फर्श सहित भवन की दिवालों का प्लास्टर भी लगातार उखड़ता जा रहा है । विद्यालय प्रशासन की उपेक्षा के चलते इस भवन के अंदर लोगों द्वारा छोड़े गये मवेशियों ने रहना शुरू कर दिया है । इसके अलावा इन कमरों में बढ़ती गंदगी के चलते कुछ लोगों ने घरों का जैविक अजैविक कूड़ा भी यहां फैंकना शुरू कर दिया है।