पंतनगर में दो-दिवसीय पशु मेला ‘पशुधन कौतिक’ शुरू

Newsdesk Uttranews
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मोहन सिंह कोरंगा

पंतनगर। उत्तराखण्ड सरकार के पशुपालन विभाग के सौजन्य से गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के नये किसान मेला प्रांगण में दो-दिवसीय पशु मेला ‘ पशुधन कौतिक’ शुरू हो गया है। मेले का उद्घाटन उत्तराखण्ड की पशुपालन व बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पशुधन कौतिक का मुख्य उद्देश्य पशुपालन व्यवसाय में समृद्वि लाकर आय का दोगुना करना है। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला भी मौजूद रहे।

विश्वविद्यालय के नवनिर्मित किसान मेला प्रांगण में पशुपालकों वैज्ञानिकों व पशु चिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि पशुपालन व्यवसाय आय में वृद्धि करने का एक अच्छा साधन है। उन्होंने कहा कि नस्ल सुधार की पशुपालन के व्यवसायीकरण की रीढ़ है। श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि पशुपालक इस प्रकार के आयोजनों से उत्पादन में वृद्धि करने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। इससे उत्पादन बढ़ाकर आयु दोगुनी की जा सकती है। सैक्स सौर्टड सीमेन से 80 प्रतिशत बढ़िया उत्पादन की गारंटी प्राप्त की जा सकती है। यह पशुपालन में क्रांति लाने में सक्षम है। मंत्री ने कहा कि अब कृत्रिम गर्भाधान का कार्य करने में महिलायें भी पुरूषों से भी आगे आ रही हैं। अच्छी नस्ल की ओर आगे बढ़कर ही समृद्वि प्राप्त की जा सकती है। पंतनगर कुलपति तेजप्रताप नें कहा कि पहाडी क्षेत्रों में पशुपालन के लिये लाभदायक योजनाओं व प्रयोग कर उनकी जीवनोपार्जन को बढाने का प्रयास किया जायेगा।

क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को पशुपालन की नवीनतम जानकारी उपलब्ध कराना था। सरकार का यह पशुधन कौतिक एक अभिनव प्रयोग है। उत्पादन बढ़ाने व आय दोगुनी करने में पशुपालन ही एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जो महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। इस अवसर पर सचिव पशुपालन ने बताया कि पशुपालकों की आय दोगुनी करने में नस्ल सुधार व सैक्स सीमेन उन्नत नस्ल के उत्पादन के लिए आवश्यक है। आने वाले समय में सैक्स सीमेन का उत्पादन उत्तराखण्ड में ही शीघ्र प्रारम्भ हो सकेगा। यह दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर आय दोगुनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। आर्मी डेयरी के माध्यम से भी पशुपालकों को 0.5 प्रतिशत प्रति पशुपालक की दर से कई पशुपालायें उपलब्ध करायी गई हैं। सचिव ने बताया कि आस्ट्रेलिया से आस्ट्रेलियन मेरिनो प्रजाति की भेड़ों को क्रय करने की अनुमति भी भारत सरकार से प्राप्त कर ली गयी है। जिससे हिमालयी क्षेत्रों के भेड़ पालकों को अच्छी नस्ल की भेड़ों के उत्पादन में सहायता होगी।

कार्यक्रम के अंत में उत्तराखण्ड लाइव स्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड के मुख्य अधिशासी अधिकारी डा. एमएस नयाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी आलोक पांडे, मल्लिका वर्मा, एस के मुन्जाल, राजेन्द्र सिह, राजीव वैध, अनीता तनेजा, बीएल मुन्जाल, संजय कुमार, पीसी काण्डपाल, संजीव कुमार सिह आदि मौजूद रहे।

मंत्री रेखा आर्य ने किया स्टॉलों का निरीक्षण

पंतनगर। पंतनगर में आयोजित पशुधन कौतिक में पशुपालन मंत्री रेखा आर्या ने लगाये गये पशुपालन के विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान स्टालों में पशुओं, उनकी नस्लों, दुग्ध मशीनों, उनकी कार्यप्रणाली के बारे में स्टालों में दिखाया व जानकारी दी गई।

 

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लोगो ने देखी मुर्रा व बद्री गाय, व घुडसवारी के स्टंट

पंतनगर। पंतनगर में आयोजित पशुधन कौतिक में गामीणों की आपार भीड रही। लोगो ने विभिन्न प्रकार के पशुओं, कुटकुट, बकरियों, आदि की नस्लों, खासकर बद्री व मुर्रा भैसों को देखने की उत्सुक्ता बनी रही। वही एनसीसी कैडेट द्वारा किये गये विभिन्न प्रकार स्टंट का भी लोगो ने जमकर लुत्फ उठाया।

सुमित की गाय पशु मेले की ’सर्वश्रेष्ठ पशु’

 

पंतनगर। पशु प्रदर्शनी में काशीपुर निवासी सुमित लखौटिया की फ्रीजवाल गाय को ’पशुधन कौतिक’ का सर्वश्रेष्ठ पशु चुना गया। निदेशक पशुपालन केके जोशी ने पशु को रिबन से सुशोभित कर गाय मालिक सुमित को 51 हजार रूपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया।

 

दो घंटे देर से शुरू हुआ पशु मेला

पंतनगर।

शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय पशु मेले के पहले दिन अव्यवस्थाओं के बीच लगभग दो हजार किसानों ने पंडाल में लगे दो पंजीकरण बूथों पर पंजीकरण कराया, जिसमें महिलाओं की संख्या अधिक रही। मेले जहां विभिन्न विभागों व किसानों के 44 स्टाल लगे, वहीं आने वाले किसानों के खाने की भी व्यवस्था की गई थी। मेला दो घंटे देर से शुरू हुआ। इस मेले में छः जिलों के किसानों ने शिरकत की। मेले के उद्घाटन से पूर्व आयोजकों द्वारा हार्स जंपिंग शो शुरू कर देने से मंत्री रेखा आर्य को सुनने आये किसान शो देखने में ही रह गये। इसी दौरान खाना शुरू होने की घोषणा होते ही किसान पर्ची व खाना लेने के लिए लंबी लाइनों में लग गये। इस दौरान रेखा आर्य के संबोधन के समय भीड भी नदारद रही। वैसे पंत विश्वविद्यालय द्वारा बिजली पानी की समुचित व्यवस्था की गयी थी जिससे मेलार्थियों को कुछ राहत मिली।