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पिथौरागढ़ सहयोगी, 9 अगस्त 2021
नगरीय क्षेत्रों में आवारा श्वान पशुओं के आम लोगों को काटने और रैबीज फैलने के खतरे के मद्देनजर जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन एनिमल बर्थ कंट्रोल केंद्र का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने किसी विशेषज्ञ एजेंसी की सहमति और राय के ही निर्माण कार्य किये जाने पर नाराजगी जताई और तत्काल कार्य रुकवा दिया।
उन्होंने लापरवाही को लेकर अधिशासी अधिकारी और अवर अभियंता नगरपालिका पिथौरागढ़ का स्पष्टीकरण लेते हुए अग्रिम आदेश तक जेई का वेतन रोकने के भी निर्देश दिये।
जिला मुख्यालय समेत जिले के सभी नगरीय क्षेत्रों में आवारा श्वान पशुओं के चलते बढ़ती समस्या के मद्देनजर जिलाधिकारी आशीष चौहान सोमवार को जिला मुख्यालय में निर्माणाधीन एबीसी केंद्र पंहुचे।
स्थलीय निरीक्षण में डीएम ने पाया कि बिना विशेषज्ञ एजेंसी की सहमति व राय के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, जिस पर डीएम ने कार्यदाई संस्था नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ को तत्काल मौके पर कार्य रोकने और एक हफ्ते के भीतर केंद्र के निर्माण के लिए तैयार डीपीआर का अन्य विषय विशेषज्ञ एजेंसी से परीक्षण कराकर आवश्यकता और मानकानुसार उन कार्यों को शीघ्र प्रारम्भ करने तथा आगामी दो माह के भीतर कार्य पूर्ण करते हुए केंद्र संचालित कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने प्रदेश में जहां इस प्रकार के केंद्र बनाए गए हैं, उन नगर पालिकाओं से भी नक्शे व डीपीआर मंगाने को कहा। उन्होंने केंद्र के निर्माण कार्यों में अब तक की गई लापरवाही आदि पर कड़ी नाराजगी जताई और ईओ तथा जेई नगरपालिका का स्पष्टीकरण लेते हुए अवर अभियंता का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को भी समय-समय पर केंद्र में हो रहे कार्यों का निरीक्षण करने और तकनीकी सलाह देने के निर्देश दिए। ताकि केंद्र में श्वान पशुओं का बधियाकरण करने और उनके रहने की उचित व्यवस्था भी रहे। कहा कि केंद्र में ओटी का निर्माण करने में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित रखी जाए। इस केंद्र में जिले के अन्य नगर निकाय क्षेत्रों से भी आवारा श्वान पशुओं को लाकर बधियाकरण कराया जाएगा।
इस दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विद्यासागर कापड़ी, सफाई निरीक्षक, सुनील कुमार मलिक, गिरीश जोशी आदि उपस्थित थे।