प्रणब दा ने अच्छा किया! काश हिंदू राष्ट्र की साजिश पर भी करते चोटः अग्निवेश

उत्तरा न्यूज डेस्क
3 Min Read

बेरीनाग से राजीव शर्मा 

new-modern

अल्मोड़ा। बंधुवा मुक्ति मोर्चा से जुड़े प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि आरएसएस के मुख्य केन्द्र नागपुर के आमंत्रण पर वहां जाना गलत नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति ने वहां जाकर कुछ गलत नहीं किया। लेकिन वहां जो भाषण दिया यदि उसमे नई बात और नसीहत होती तो यह दौरा यादगार साबित हो जाता।


यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी अग्निवेश ने कहा कि बात करके हमेशा बात बनती है। इसके नाते आरएसएस मुख्यालय नहीं जाने की बात कहने वालों की बात सही नहीं है। लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने वहां जो भी बात कही वह रटी रटाई नजर आई। बेहतर होता कि जिस बेबाकी से राष्ट्रपति ने धर्म आधारित राजनीति पर सवाल खड़े किए उससे कई अधिक अच्छा होता कि प्रणब दा वहां देश को प्रचंड हिंदुत्व की ओर धकेलने की साजिश को आड़े हाथों लेते यह देश के लिए एक संदेश भी होता। उन्होंने कहा कि आरएसएस एक साजिश के तहत देश में अपना एजेंडा तय करने की कोशिश कर रहा है।

वर्तमान में नागपुर केन्द्र की सरकार को संचालित कर रहा है जो भविष्य के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रणब दा ने अपने कार्यकाल के दौरान एक बार उत्तराखंड सरकार को पदच्युत करने के कागज पर हस्ताक्षर तक किए हैं। ऐसे में उनके विचार को लेकर बहुत अधिक संशय नहीं करना चाहिए।उन्होंने कहा कि देश की जनता बेहाल है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं। इन दिनों उनका आक्रोश चरम पर है पर सरकार को इससे कोई लेना देना नहीं। इस मौके पर डा. शमशेर सिंह बिष्ट, पीसी तिवारी, पूरन चंद्र तिवारी,दया कृष्ण कांडपाल, गोविंद भंडारी आदि मौजूद थे।

पंचेश्वर बांध पर भी हुई जनता की अनदेखी
अग्निवेश ने कहा कि उत्तराखंड में बन रहे पंचेश्वर बांध को लेकर भी सरकार की नीयत साफ नहीं है। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई में जनता की राय साफ होनी चाहिए लेकिन पंचेश्वर मामले में प्रदेश सरकार की नीयत पर शक हो रहा है। यदि सरकार ने नियमानुसार जनसुनवाई नहीं की जाएगी तो इस मामले को सुप्रीम कोई तक ले जाएंगे।