दीवार घड़ी बनाने वाली कंपनी को कैसे मिला मोरबी पुल की मरम्मत का ठेका?

उत्तरा न्यूज टीम
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देहरादून। गुजरात के मोरबी शहर में केबल पुल टूटने के बाद 134 लोगों की मृत्यु से पूरे देश में शोक की लहर है। जानकारी के अनुसार इस केबल पुल की मरम्मत का ठेका ओरेवा ग्रुप को दिया गया था।

आपको ये जानकर बहुत हैरानी होगी कि जिस ओरेवा ग्रुप को केबल पुल की मरम्मत की जिम्मेदारी दी गई थी उस कंपनी को पुल की मरम्मत का कोई अनुभव ही नहीं था। ओरेवा ग्रुप को बस सीएफएल बल्ब, दीवार घड़ी और ई-बाइक बनाने में विशेषज्ञता हासिल है। वहीं यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि पुल को बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के खोल दिया गया।

पुल टूटने के बाद ओरेवा कंपनी जांच के घेरे में आ गई है। हादसे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ओरेवा ग्रुप को 100 साल से भी अधिक पुराने पुल की मरम्मत का ठेका कैसे मिल गया? जबकि करीब 800 करोड़ रुपए की आय वाला ओरेवा ग्रुप घरेलू और बिजली के उपकरण, बिजली के लैंप, कैलकुलेटर, चीनी मिट्टी के उत्पाद और ई-बाइक बनाता है।