शिक्षा का गिरता स्तर व कम होती छात्र संख्या चिंताजनक: चौहान, एकदिवसीय शैक्षिक संवर्द्धन तथा उन्नयन कार्यशाला का हुआ आयोजन, शिक्षा के उन्नयन पर ​​कई शिक्षकों ने दिए सुझाव

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ तथा अखिल भारतीय शिक्षक संघ के तत्वाधान में उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की जनपद शाखा द्वारा एक दिवसीय शैक्षिक संवर्द्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सरकारी विद्यालयों में ​शिक्षा के गिरते स्तर, कम होती छात्र संख्या तथा शिक्षा के नवाचार समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। विभिन्न विकासखंडों से आए शिक्षकों व संघ पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए।

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नगर के लक्ष्मेश्वर स्थित शिक्षक भवन में आयोजित इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने अपने ओजपूर्ण व्याख्यान में प्रदेश में शिक्षा के स्तर में आ र​ही गिरावट और निरंतर कम होती छात्र संख्या पर चिंता व्यक्त की। चौहान ने समस्या के निराकरण के लिए शिक्षकों को प्रेरित करते हुए आनन्दम कार्यक्रम की रुपरेखा का परिचय करते हुए कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। साथ ही उनके द्वारा विशिष्ट बीटीसी मान्यमा, टीईटी प्रशिक्षुओं पर दायर मुकदमों, वेतन ​विसंगतियों पर संघ द्वारा किए जा रहे प्रयासों से भी कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों को अवगत कराया। उनके द्वारा एनजीओ के द्वारा कराए जा रहे असमय प्रशिक्षणों पर आपत्ति जताते हुए इस प्रकार के प्रशिक्षणों का विरोध किया गया। दीर्घ अवधि प्रशिक्षणों के संबंध में विभाग से इन प्रशिक्षणों को विद्यालय व छात्रहित को दृष्टिगत रखते हुए अल्प अवधि में कराएं जाने की मांग की गई।

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कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रांतीय महामंत्री नंदन सिंह रावत ने कहा कि गिरती छात्र संख्या पर लगाम लगाना सरकार व शिक्षकों के एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए शिक्षकों से पूर्ण मनोयोग से कार्य करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला मंत्री जगदीश सिंह भंडारी ने विद्यालयों में चलाये जा रहे नवाचारों से अन्य विद्यालयों को भी प्रेरित होकर अपने विद्यालयों में भी चलाये जा रहे नवाचारों को साझा करने पर बल दिया गया। भंडारी ने निदेशक एससीईआरटी द्वारा शैक्षिक संवर्द्धन तथा शिक्षा के स्तर में उत्थान हेतु की जा रही पहल के लिए उनका विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पहले जनपदीय अध्यक्ष किशोर जोशी द्वारा मुख्य अतिथि दिग्विजय सिंह चौहान तथा विशिष्ट अतिथि नंदन सिंह रावत व जनक सिंह राणा का स्वागत करते हुए जनपद के शिक्षकों की समस्याएं प्रमुखता के साथ प्रांतीय कार्यकारणी के समक्ष रखी। जिस पर प्रांतीय कार्यकारणी ने समस्याओं के निदान हेतु प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया। इस दौरान विभिन्न विकासखंडों से आएं शिक्षक—शिक्षिकाओं ने शिक्षकों की समस्याओं व शिक्षा के उन्नयन के लिए अपने—अपने सुझाव प्रकट किए।

कार्यक्रम का संचालन जनपदीय मंत्री जगदीश सिंह भंडारी व प्रकाश जोशी ने संयुक्त रूप से किया। कार्यशाला में मनोज बिष्ट, दीपक डंगवाल, डॉंं. एमसी पांडे, चंदन​ सिंह, सुरेंद्र सिंह भंडारी, अर्जुन सिंह, किरन वर्मा, गणेश सिंह भंडारी, अनिल कांडपाल, पूनम साह, वंदन मनकोटी समेत कई शिक्षक—शिक्षिकाएं मौजूद थी।