इट हैपंस ओनली इन उत्तराखंड,विज्ञापनों में संवर रहे राज्य में स्कूली बच्चों के लिए नहीं बन पाया एक मार्ग
वऱिष्ठ पत्रकार चन्द्रशेखर जोशी की फेसबुक वाँल से
…उत्तराखंड बने 19 वर्ष पूरे हो गए हैं। पलायन आयोग बन गया है। उपलब्धियों के करोड़ों के विज्ञापन हैं। पिथौरागढ़ जिले के नाचनी में बच्चे रामगंगा नदी पार कर ऐसे ही स्कूल जाते हैं। सैकड़ों लोग रोज जान खतरे में डालकर नदी पार करते हैं। इसी रास्ते महरगाड़ी, चेटाबगड़, भलोड़ी, भकूना चिलकिया, कैचुआ, खेती, तेजम के एक दर्जन गांवों के लोग इसी ट्राली से नाचनी बाजार जाते हैं।
…यही हाल पूरे राज्य का है। शराब की दुकानें हर गांव की पहुंच में हैं। स्मैक का धंधा जोरों पर है। नौजवानों का बड़ा हिस्सा व्यभिचारों डूबा है। स्कूल-किताबों से किसी को खास मतलब न रहा। मोबाइल गेम से हिंसक दिमाग किसी काम का न रहा। युवाओं का गुस्सा न भड़के इसके लिए जाति-धर्म में मारकाट मचाने को रोज नेताओं की भाषणबाजी है।
..तुम तब भी पढऩा, होनहार बनना..
साभार -उद्हरण वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रशेखर जोशी की फेसवुक वाँल से फोटो सहित (कंटेट का द्वितीय हैडिंग कंटेट के बीच के भावार्थ से लिया गया है)