Pithoragarh- पुस्तक परिचर्चा में युवाओं ने किया प्रतिभाग

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पिथौरागढ़। आरंभ स्टडी सर्कल की ओर से पिथौरागढ़ के टकाना रामलीला मैदान में मई माह की पुस्तक परिचर्चा का आयोजन किया गया। यह इस आयोजन की 27वीं कड़ी थी, जिसमें युवाओं की भागीदारी अधिक रही।

कार्यक्रम में 16 से अधिक पाठकों ने तकरीबन 20 किताबों पर अपनी बात रखी। किताबों में भाषाई, विषयवस्तु और विधाओं के हिसाब से भारी विविधता देखने को मिली। पाठकों की टिप्पणी के लिए जिन लेखकों व किताबों का चयन किया गया, उनकी भौगोलिक पृष्ठभूमि में भी बहुत विविधता थी।

इन किताबों में पेरुमल मुरुगन की ‘पायर’, हर्ष मंदर की ‘अदृश्य लोग’, अमर्त्य सेन की ‘द आर्ग्युमेंटेटिव इंडियन’, कांचा आईलैय्या की ‘हमारे समय में श्रम की गरिमा’, मोहनलाल भास्कर की ‘मैं पाकिस्तान में भारत की जासूस था’, यूआर अनंतमूर्ति के कहानी संग्रह ‘घटश्राद्ध’, तस्लीमा नसरीन की ‘औरत के हक में’, अनुराधा बेनीवाल की ‘आजादी मेरा ब्रांड’, सचिन कुण्डलकर की ‘कोबाल्ट ब्लू’, एलिस ऑसमैन की ‘हार्टस्टॉपर’, उर्वशी बुटालिया की ‘खामोशी के उस पार’, प्रेमचंद की ‘रंगभूमि’, डेनियल डेफोए की रॉबिन्सन क्रूसो, रजत उभयकर की ‘ट्रक दे इंडिया: अ हिचहिकर गाइड टू हिंदुस्तान’ इत्यादि शामिल थीं।

आरंभ के दीपक ने कहा आयोजन की खास बात युवा पाठकों द्वारा किताबों पर खुल कर आलोचनात्मक टिप्पणियां करना है। कार्यक्रम में अंजली, शीतल, महेंद्र एकता, ज्योति, गोर्की, गौरांग, गणेश, आशीष, दिव्यांश, शिवम, पंकज, भूमिका पांडे, रामलाल सागर, भुवन सनवाल समेत अनेक पाठक उपस्थित थे। संचालन अभिषेक ने किया। पाठकों ने कार्यक्रम के बाद अपने पढ़ने के लिए अगली किताबों का चयन भी आयोजन स्थल पर ही पुस्तकें आदान प्रदान कर किया।