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आतिशबाजी में महंगाई का असर— बावजूद स्टॉलों पर उमड़ रही है भीड़,कई स्थानों पर डिस्काउंट से ग्राहकों को लुभा रहे हैं आतिशबाजी विक्रेता

Newsdesk Uttranews
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उत्तरा न्यूज अल्मोड़ा। दीपावली पर्व के अवसर पर आज धनतेरस से जहाँ पूरी बाजार सजी हुई है वही दूसरी तरफ आतिशबाजी पटाखों के विक्रेता महंगाई के आगे मायूस दिखे है।

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विक्रेताओं के अनुसार इस वर्ष आतिशबाजी (Fireworks)के मूल्य में भारी वृद्धि होने के कारण व माल की अल्पता के कारण पटाखा विक्रेता सहज महसूस नही कर पा रहे है। पिछले वर्ष आतिशबाजी को लेकर प्रशासन द्वारा की गई छापेमारी का असर भी पटाखा बाजार में दिख रहा है।
पटाखा व्यवसायी दीपक मेहता ने बताया कि 6 महीने पटाखा फैक्टरियों के बंद रहने का असर भी व्यवसाय में पड़ा है।

ब्रांडेड आतिशबाजी में इस बार डिस्काउंट(Discount) भी कम रखा है। इसका कारण पटाखों के रेट बढ़ना बताया जा रहा है। व्यापारियों के मुताबिक फुलझड़ी,अनार, घनचक्कर, रोशनी की कीमते भी बढ़ी हैं। उन्होंने बताया कि जहां पिछले वर्ष तक 50 से 60 प्रतिषत का तक डिस्काउंट पटाखों में दिया जाता था। इस पास डिस्काउंट कम हो गया है।
पटाखा व्यवसायी दीपक मेहता ने बताया कि विगत वर्षों में माल की उपलब्धता की कोई कमी नही थी परंतु फैक्ट्री से माल ना आने के कारण, व सुप्रीम कोर्ट के आदेशनुसार माल में बहुत कमी महसूस की जा रही है। उन्होंने सभी ग्राहकों से निवेदन भी किया है कि पटाखे खुले में जलाए व बच्चों को पटाखे जलाते समय अकेले ना छोड़े। ज्ञात रहे आतिशबाजी मात्र अलमोड़ा शहर में ही 1करोड़ से ज्यादा की जलाई जाती है लेकिन इस बार रेट महंगे होने के कारण व्यवसायी ज्यादा उत्सुक नही है।

उन्होंने बताया कि फुलझड़ी 20 रुपये से लेकर 500 रुपये तक पैकेट, घनचक्कर 50 रुपये से 1000 रुपये तक, अनार 50 से 750 रुपये तक, सुतली बम 40 रुपये से 250 रुपये तक, रॉकेट 100 से 900 रुपये तक, पेंटा स्काई 50 रोये से 500 तक उनके स्टॉक में उपलब्ध हैं।


इधर एक अन्य पटाखा व्यवसायी संजय बिष्ट ने बताया कि उनके स्टॉल में बाजार में मौजूद सभी प्रकार की आतिशबाजी है। स्टॉल में ब्रांडेड आतिशबाजी के भी सभी उत्पाद मौजूद हैं।उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को आकर्षक कीमते और जरूरी छूट भी दी जा रही है।