Fight against corona: ग्रामीण क्षेत्रों में करें ​अधिक से अधिक सैंपलिंग- बैठक में बोले मुख्यमंत्री

Newsdesk Uttranews
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बागेश्वर, 22 मई 2021
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ कोविड नियंत्रण, कोविड वैक्सिनेशन (Fight against corona) व ब्लैक फंगस तथा डेंगू के प्रकोप के प्रभावी नियंत्रण के संबंध में समीक्षा बैठक की।

वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण (Fight against corona) के प्रभावी नियंत्रण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों की सैपलिंग की जाय, एवं जिन गांवों एवं कस्बों में संक्रमितों की संख्या अधिक पायी जा रही हैं, उनके आस-साफ क्षेत्रों के सभी लोगों की शत-प्रतिशत सैपलिंग की जाये।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मानसून के दृष्टिगत पर्वतीय जिले यह सुनिश्चित कर ले कि आक्सीजन की किसी भी प्रकार की कमी न हो इसके लिए सभी जिलों के जिलाधिकारी इसकी व्यवस्था पहले से ही सुनिश्चित कर ले।

उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण (Fight against corona) की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी अधिकारी इसके लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करा लें, ताकि तीसरी लहर आने पर लाॅकडाउन की करने की जैसी स्थिति न होने पाए। इसके लिए सभी अधिकारी बेहतर ढंग से कार्य करें। उन्होंने यह भी कहा कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों की विशेष निगरानी करते हुए उनके क्वारंटीन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

उन्होंने ये भी कहा कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के लिए टेस्टिंग और ट्रैकिंग सबसे अहम हैं जिसका कोई विकल्प नहीं है। टेस्टिंग जल्दी होने से कोरोना (Fight against corona) की मृत्यु दर पर लगाम लगाई जा सकती है। उन्होंने रेमडेसिविर और दूसरी दवाओं की आपूर्ति के बारे में भी चर्चा की और कहा कि दवाओं की कमी न हो इसके लिए राज्यों से बात करके इनकी आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि दवाओं का मेडिकल गाइडलाइन्स के अनुसार इस्तेमाल हो और उनकी कालाबाजारी और गलत इस्तेमाल पर कड़ाई से नजर रखी जाए।

उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के सभी ब्लॉक में चौबीसों घण्टे कन्ट्रोल रूम एक्टिव रहें तथा एम्बुलेंस तैयार रहे। ताकि किसी भी व्यक्ति को परेशानी का सामना ना करना पड़े। आई.ई.सी. के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार करें। मोबाइल टेस्टिंग वैन/ मोबाइल टैस्टिंग लैब के माध्यम से गाँव-गाँव मे जाकर टेस्टिंग की जाय, तथा दवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि टैस्टिंग में किसी भी दशा में कमी नही होनी चाहिए। साथ ही ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में जो ग्राम स्तरीय समिति बनाई गई हैं उसकी सतत निगरानी कर नियमित समीक्षा बैठक करें। उन्होंने कहा कि मास्क का गलत तरीके से उपयोग करने पर भी चालान काटे जाए। जिससे लोग मास्क को सही तरीके से पहने ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस (Fight against corona) के साथ साथ डेंगू भी स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती है। बरसात का मौसम आने वाला है इसके बाद डेंगू की बीमारी भी एकाएक बढ़ जाएगी। बैठक के दौरान डेंगू के बचाव उपायों व उपचार की भी समीक्षा की गयी तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि डेंगू मच्छर साफ रुके हुए पानी में पैदा होता है। जैसे अभी निकट भविष्य में वर्षा ऋतु का मौसम आने वाला है जिसके कारण मच्छर पनपने की संभावना ज्यादा हो जाती है। जिसका उपाय उन सभी छोटे-छोटे गड्ढों को भरना, गमलों, कूलर, टकियों आदि को प्रत्येक सप्ताह में एक बार साफ करना व स्वास्थ्य स्टाफ द्वारा आमजन को जागरूक करने से हम डेंगू के मच्छर पैदा होने से रोक सकते हैं। इन छोटी छोटी युक्तियों को अपनाकर डेंगू रोग को नियंत्रित कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि डेंगू को कन्ट्रोल करने के लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्र में घरों के साथ-साथ सड़क, गली, मोहल्ला व सार्वजनिक स्थानों पर एकत्रित होने वाले पानी की सफाई की जाए। इसके लिए लोगो के बीच जन जागरूकता फैलाये। इसके लिए अस्पतालों में अलग वार्ड बनाये।

नगरों में नगर निगम व नगर पालिका द्वारा व ग्रामीण क्षेत्रो में ग्राम समिति/ पंचायत समिति सफाई अभियान चलाए। जनपद बागेश्वर की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जनपद में कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि जनपद में आईवरमेक्टिन की दवा दियें जाने के लिए आवश्यक तैयारियां की गयी हैं, जिसे खंड विकास अधिकारियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण हेतु उपलब्ध करायी गयी है। तथा जनपद में वैक्सीनेशन का कार्य सफलता पूर्वक किया जा रहा है।

वीसी में पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. बीडी जोशी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्या, जिला उद्यान अधिकारी आर.के सिंह, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका राजेदव जायसी, जिला पंचायत राज अधिकारी बसंत सिंह मेहता, डाॅ. प्रमोद जंगपागी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल आदि मौजूद रहे।

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