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डिप्टी स्पीकर ने बन रही नई सड़कों की गुणवत्ता को लेकर उठाए सवाल, कहा जनता की गाड़ी कमाई हो रही बर्बाद

उत्तरा न्यूज डेस्क
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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिला मुख्यालय के समीप की तीन सड़कों की गुणवत्ता को लेकर डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि घुरसों छाना, पपरसैली बल्टा और आर्मी गेट से रैलाकोट सड़कों के निर्माण में अनदेखी की गई है। इन सड़कों को बनाने के दौरान यह देखा जाना चाहिए था कि अधिक से अधिक गांवों को जोड़ा जाना था। लेकिन इसका ध्यान नहीं रखा गया और जनता की गाड़ी कमाई को एक प्रकार से बर्बाद किया गया।

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शुक्रवार को केन्द्रीय और राज्य से आई टीम के साथ सड़कों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि सड़क से वंचित गॉवों को सड़क मार्ग से जोड़ने से पहले जन आंकाक्षाओ पर ध्यान देना होगा उन्होंने कहा कि घुरसो-छाना मोटर मार्ग के निर्माण के समय से ही जनता द्वारा अनेक शिकायतें की जा रही थी। समय-समय पर जनता द्वारा मुझे इस सम्बन्ध में बताया जा रहा था। उन्होंने बताया कि विषय की गम्भीरता को देखते हुए मेरे द्वारा तकनीकी विशेषज्ञों के माध्यम से रोड के निरीक्षण/जॉच के लिए मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन को लिखा गया था। विधानसभा उपाध्यक्ष ने बताया कि मुख्य सचिव ने मेरी शिकायत का संज्ञान लेते हुए देहरादून से तकनीकी विशेषज्ञ गंगा प्रसाद पंत व सलाहकार जे0सी0 जोशी को इस रोड के निरीक्षण के लिए भेजा गया है जो जॉच कर अपनी रिर्पोट शासन को देंगे। उन्होंने बताया कि बागेश्वर-ताकुला मोटर मार्ग से जुड़े इस मोटर मार्ग में आगे जाकर खतरनाक मोड़ है जिसमें वाहन चलाना कठिन है।

उपाध्यक्ष ने कहा कि उक्त मोटर मार्ग के निर्माण के समय तत्कालीन अधिकारियों द्वारा जो लापरवाही बरती गयी उस सम्बन्ध में जिम्मेदारी तय करते हुए उन पर नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु मेरे द्वारा पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया कि बिना ग्रामीणों की सहमति के ही मनमाने ढंग से इस रोड के निर्माण किये जाने की शिकायत की गयी है। उन्होंने इसके लिए जनप्रतिनिधियों को भी जिम्मेदार ठहराया है। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पपरसली-बल्टा मोटर मार्ग का निरीक्षण किया।

इस अवसर पर नेशनल क्वालटी मानिटर दिल्ली से आये राजेश्वर सिंह ने मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। उपाध्यक्ष ने कहा कि जब इस रोड का निर्माण किया गया था उस समय माट, भ्यूलड़ा, जखेड़ा आदि गॉवों को सड़क मार्ग से नहीं जोड़ा गया जबकि आसानी से ये गॉव जुड़ सकते थे। साथ ही निर्माण के तुरन्त बाद ही यह रोड कई बार टूट चुकी है और जिला योजना द्वारा धनराशि स्वीकृत कर इसकी मरम्मत करायी गयी है यह रोड़ स्थान-स्थान पर टूट चुकी है और इस पर बनाये गये कलर्वट व सुरक्षा दीवारें क्षतिग्रस्त हो चुकी है।

विधानसभा उपाध्यक्ष ने केन्द्र से आये नेशनल क्वालिटी मानिटर से कहा कि वह अपनी रिर्पोट देते समय इन सभी बातो का उल्लेख अपने रिर्पोट में देंगे। इसके अलावा उन्होंने रेलाकोट मोटर मार्ग के निर्माण पर भी शिकायत की और कहा कि रोड के कहॉ पर मिलेगी इसका तय नहीं है जबकि रेलाकोट से आगे तक रोड कट चुकी है इसका प्राविधान उनकी रिर्पोट में नहीं है। उन्होंने छाना-कुटगोली गॉव को भी सड़क से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों से कहा कि इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि कलस्टर के रूप में इसे जोड़ा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि अन्य स्थानों से भी इस तरह की शिकायतें प्राप्त हो रही है उन मोटर मार्गों का भी निरीक्षण कराया जायेगा ताकि लोगो को लाभ मिल सके। घुरसो-छाना मोटर मार्ग मेरा गॉव मेरी सड़क योजना के तहत बनायी गयी थी जिसमें 1.71 लाख रू0 खर्च हुआ था। इसी तरह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जो 5.64 किमी0 थी यह 223.86 लाख रू0 की लागत से बनी थी। पपरसली-बल्टा मोटर मार्ग स्लाइड जोन के अन्तर्गत है इसलिए इस मार्ग पर विशेष ध्यान देना होगा।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिशासी अभियन्ता के0सी0 आर्या, निरजंन पाण्डे, विधायक प्रतिनिधि देवाशीष नेगी, सुरेश भटट सहित अन्य जनप्रतिनिधि व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जुड़े अधिकारी कर्मचारी, ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता के0के0 पंत व ग्रामीण लोग उपस्थित थे।