shishu-mandir

बधाई: राइंका बटुलिया में तैनात शिक्षक जेपी तिवारी का ‘शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार’ ​के लिए चयन, अध्यापन से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक, इस शिक्षक की दास्तां आपको भी करेगी प्रेरित

Newsdesk Uttranews
3 Min Read

अल्मोड़ा। सादगी भरी जिदंगी, मगर काम असाधारण। शिष्यों के लिए हर चुनौती से बिना थके उनका भविष्य सुधार रहे द्वाराहाट ब्लाक के राजकीय इंटर कॉलेज बटुलिया में तैनात शिक्षक जमुना प्रसाद तिवारी का इस वर्ष ‘शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार’ के लिए चयन हुआ है। उनकी इस सफलता से​ जिले में खुशी की लहर है।
वर्तमान में जमुना प्रसाद तिवारी राइंका बटुलिया में जीव विज्ञान प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। जेपी तिवारी एक ऐसे अध्यापक है जो देश के कर्णधारों को अच्छी शिक्षा देकर उनके भविष्य को सुधारने के साथ—साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कार्य करते है और दूसरों को भी जागरूक कर रहे है। शिक्षा के क्षेत्र में जेपी तिवारी ने मिसाल कायम की है। उन्होंने अनेक समाजोपयोगी कार्य कर समाज में अपनी छवि एक आदर्श शिक्षक के रूप में बनाई है। छात्रों के लिए समर्पित भावना से कार्य करने वाले जेपी तिवारी अवकाश व रविवार को भी छात्रहित को देखते हुए छात्र—छात्राओं की कक्षाएं संचालित करते है उनके इस प्रयासों से कई छात्र—छात्राएं सफलता का मुकाम हासिल कर चुके है। छात्रहित में उनके इन प्रयासों को देखकर क्षेत्रीय लोगों व अभिभावकों का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिलता है।

new-modern
gyan-vigyan

बता दे कि अपने खुद के प्रयासों से उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गये नवाचार व शिक्षण में बेहतरीन कार्यों के लिए जेपी तिवारी को 2016 में ‘गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड’ से सम्मानित किया जा चुका है। अध्यापन के साथ—साथ तिवारी पर्यावरण संरक्षण के लिए भी नये—नये कार्य करते रहते है। राइंका बटुलिया में वह ‘कंटर अभियान’ से छात्र—छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों व क्षेत्रीय लोगों को पर्यावरण संरक्षण व संवर्द्धन के प्रति जागरूक कर रहे है। जिसमें वह कनिस्तर को काट कर उनमें फूल व छोटे पौंधो को उगाते है। प्रथम राज्य स्तरीय विज्ञान शिक्षक कांग्रेस में उनके उत्कृष्ट शोध हेतु पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया।

saraswati-bal-vidya-niketan

जमुना प्रसाद तिवारी 2004 से 2010 तक हिमालयी पर्यावरण विकास संस्थान कोसी कटारमल के लिए संदर्भदाता का कार्य कर चुके है। इस अवधि में उन्होंने प्रदेश के अनेक स्थानों पर संरक्षण शिक्षा के प्रचार—प्रसार का कार्य किया। 2015 में विज्ञान प्रकोष्ठ मुनस्यारी पिथौरागढ़ में उपादेयी सम्मान से उन्हें सम्मानित किया गया। इसके अलावा उनके मार्गदर्शन में कई छात्र—छात्राएं राष्ट्रीय व राज्य स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग कर चुके है। इस पुरस्कार के लिए चयनित होने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी जगमोहन सोनी, डीईओ माध्यमिक एचबी चंद, डीईओ बेसिक आरएस यादव, मंडलीय महामंत्री राजकीय शिक्षक संघ कैलाश डोलिया, विनोद राठौर, डॉ. प्रभाकर जोशी समेत ​तमाम शिक्षक—शिक्षिकाओं ने उन्हें बधाई प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।