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आडिशन के विरोध में आये पिथौरागढ़ के लोक कलाकार

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। सूचना और लोक संपर्क विभाग की तरफ से सांस्कृतिक दलों-लोक कलाकारों को आडिशन के लिए बुलाने का विरोध बढ़ता जा रहा है। इस सिलसिले में सीमांत जिले पिथौरागढ़ के पंजीकृत सांस्कृतिक दलों और छलिया नृत्य से जुड़े लोक कलाकारों ने सूचना निदेशालय के आडिशन कराने संबंधी कदम की कड़ी निन्दा की है। 

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   गौरतलब है कि विभाग ने लोक कलाकारों के आडिशन के लिए आगामी 15 से 25 सितंबर तक की तिथियां घोषित की हैं। इसके लिए गढ़वाल मंडल के कलाकारों को देहरादून और कुमाऊं मंडल के कलाकारों को अल्मोड़ा बुलाया गया है।

वरिष्ठ रंगकर्मी हेमराज सिंह बिष्ट का कहना है कि इस प्रकार आडिशन की तिथियां घोषित करने से पूर्व निदेशालय कलाकार संघों, परिषदों के पदाधिकारियों को आमंत्रित करता है, परंतु उत्तराखंड में अलग ही हिसाब है। यहां पंजीकरण की सूची, फ़ार्म भी वर्ष 2002 के चलाए जा रहे हैं, परंतु देखने वाला कोई नहीं है।

 लोक कलाकारों का कहना है कि कोरोना काल में सभी विभागों ने कलाकारों की मदद की है, लेकिन सूचना विभाग इसमें फिसड्डी रहा है और आडिशन का यह कदम भी परेशान करने वाला है। विरोध जताने वालों में गायक प्रकाश रावत, सुरेश सुरीला, चंचल रावत, भूपेंद्र सिंह बिष्ट, हैरी धपोला, भीमराम कोहली, भगवती दनपुरिया और सांस्कृतिक समिति के पदाधिकारी शामिल हैं।