कौन था वह 22 साल का लड़का शुभकरण सिंह जो मारा गया खनौरी बॉर्डर पर

Smriti Nigam
3 Min Read

MSP सहित अन्य मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। किसान लगभग नौ दिनों से पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने यह बताया कि बुधवार को पुलिस की एक झड़प के दौरान खनौरी बॉर्डर पर 21 साल का एक किसान लड़का मारा गया जिसके बाद अब किसान लगातार भड़के हुए हैं।

पंजाब के भटिंडा जिले के बालोंके गांव के निवासी शुभकरण सिंह नाम के किसान की सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प के बाद मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए।

new-modern

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान ने कहा है कि शुभकरण के पोस्टमार्टम के बाद FIR दर्ज की जाएगी उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा पुलिस का जो भी अधिकारी इस मौत के लिए जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने एक फोटो जारी करते हुए दावा है कि खनौरी बॉर्डर पर जवानों ने ही शुभकरण सिंह के सिर पर गोली मारी है। तस्वीर में जवान फायरिंग करते हुए नजर आ रहे हैं।

2 साल पहले जब दिल्ली में किसान आंदोलन हुआ था तो शुभकरण सिंह उसमें भी किसान यूनियन की तरफ से शामिल हुआ था भारतीय किसान एकता सिद्धपुर यूनियन से ताल्लुक रखने वाला शुभकरण सिंह बीती 13 फरवरी को दिल्ली की तरफ किसान के साथ कूच करते हुए खनौरी बॉर्डर पर आया था। किसान नेताओं ने यह बताया कि आंदोलन वाली जगह पर बुधवार को शुभकरण ने अपने साथियों के साथ नाश्ता भी बनाया था और यह भी कहा था कि खाना खा लो आगे न जाने कब साथ बैठने का मौका मिले।

आपको बता दे की शुभकरण सिंह की उम्र करीब 22 साल थी। वह दो बहनों के बीच इकलौता भाई था और उसके पिता चरणजीत सिंह स्कूल में वन ड्राइवर का काम करते हैं। शुभकरण की मां की मौत पहले ही हो चुकी है। शुभकरण सिंह के पास खुद की साढे तीन एकड़ जमीन है इसके अलावा उन्होंने कुछ जानवर भी पाले हुए थे। अब शुभकरण के पीछे उनके पिता, दादी और दो बहने रह गई हैं।बड़ी बहन की शादी हो चुकी है जबकि दूसरी बहन की शादी की जिम्मेदारी शुभकरण पर ही थी।

मारे गए किसान का नाम शुभकरण सिंह हैं वह पंजाब के बठिंडा जिले के बालोके गांव का रहने वाले थे उनके परिवार में दो बहनें, एक दादी और उनके पिता चरणजीत सिंह हैं, जो स्कूल वैन ड्राइवर के रूप में काम करते हैं. शुभकरण पशुपालन से जुड़ा था और उसके पास लगभग 3 एकड़ जमीन थी, इसके अलावा उन्होंने कुछ जानवर भी पाले हुए थे