हुआ स्वागत और हुआ जयमाल लेकिन फिर सिंदूरदान के वक्त दूल्हे ने रखी अजीब शर्त

Smriti Nigam
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Trending: झारखंड के गढ़वा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है। जहां दूल्हे ने एक ऐसी शर्त रखी इसके बाद यह शादी नहीं हो पाई और बारात बिना दुल्हन के ही चली गई। यह घटना केतार थाना क्षेत्र की है।

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Wedding News: झारखंड के गढ़वा जिले में एक शादी का अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां दूल्हे ने अजीब शर्त रख दी जिसके बाद यह शादी नही हो पाई और बाराती बैरंग वापस लौट गए। यह घटना केतार थाना क्षेत्र की है। बताया जा रहा है कि गढ़वा के धुरकी थाना क्षेत्र निवासी अंजनी कुमार की बारात केतार प्रखंड के एक गांव में गई थी। बारातियों का स्वागत, जयमाल और द्वारपूजा के बाद जब दुल्हन के सिंदूरदान की रस्म का वक्त आया, तो दूल्हे ने अजीबोगरीब शर्त रख दी। उसने कहा कि वह लाइट बंद कर एकांत में यह रस्म पूरी करेगा।

यह सुनकर वर वधु दोनों पक्ष हैरान रह गए उन्होंने दूल्हे को बहुत समझाने की कोशिश की कि यह रस्म सबके सामने होती है लेकिन दूल्हा अपनी शर्त पर अड़ा रहा। वहां पंचायत भी बैठी और दोनों पक्षों की सहमति से यह शादी टल गई।इसके बाद दूल्हा पक्ष को 513000 दुल्हन पक्ष को देने पड़े। इसमें शादी के लिए किए गए खर्च और दुल्हन के गहनों की कीमत शामिल थी। इसके बाद दूल्हा बिना दुल्हन लिए ही वापस लौट गया। यह घटना अब पूरे इलाके में सुर्खियों में बनी हुई है। लोग दूल्हे की इस अजीबोगरीब शर्त को लेकर उसकी आलोचना भी कर रहे हैं।

झारखंड में हुई यह घटना कई सारे सवाल पैदा करती है। दुल्हन यह अजीबोगरीब शर्त आखिर रखी क्यों? क्या दूल्हे को कोई मानसिक बीमारी थी? क्या दूल्हे ने जानबूझकर शादी तोड़ी? यह घटना महिलाओं की सुरक्षा पर भी सवाल उठा रहा है। क्या महिलाओं को ऐसे पुरुषों से शादी करनी चाहिए जो अजीबोगरीब शर्त रखते हैं? यह घटना समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर भी प्रकाश डालती हैं। लोगों को ऐसी घटनाओं से जागरूक रहना चाहिए और अपनी बेटियों की शादी करते समय सावधानी बरतना चाहिए।