Corona impact- निजी स्कूलों के शिक्षकों पर गहराया रोजी रोटी का संकट, मुख्यमंत्री से की आर्थिक सहायता देने की मांग

Newsdesk Uttranews
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उत्तराखण्ड में कोविड कर्फ्यू (corona) के कारण सभी कार्यालय,स्कूल आदि बन्द है। और इस महामारी ने प्राइवेट काम करके रोजी रोटी का जुगाड़ करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुचाया है। निजी स्कूलों में काम करने वाले टीचर्स की स्थिति भी इससे जुदा नही है ,खासकर छोटे स्कूल के शिक्षकों की हालत ज्यादा खराब है।

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इस स्थिति को देखते हुए उत्तराखंड एन.आई.ओ. एस. डीएलएड टीईटी शिक्षक महासंघ ने कोरोना (corona) महामारी के कारण बन्द चल रहे निजी विद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षकों को आर्थिक सहायता प्रदान करने संबंधी एक प्रार्थना पत्र उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया है।

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संघठन के अध्यक्ष नन्दन सिंह बोहरा द्वारा हस्ताक्षरित प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि हम उत्तराखण्ड राज्य के निजी विद्यालयों में कार्यरत्त शिक्षक हैं जिन्हें भारत सरकार द्वारा कानूनी पहलूओं को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षित किया गया है। कहा कि वर्तमान में हम लोगों के विद्यालय कोरोना महामारी के कारण लम्बे समय से बन्द चल रहे हैं। विद्यालय से मिलने वाला मानदेय भी हमें पिछले वर्ष से बन्द हो चुका है। जिस कारण हम लोगों के समक्ष परिवार के भरण पोषण का बहुत बड़ा संकट चल रहा है।

संगठन ने उम्मीद जताई है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा निजी विद्यालयों के शिक्षकों की समस्याओं पर विचार करते हुए जल्द ही आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।