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कृषि व वन भूमि की दुश्मन लैंटाना (कूरी) को नष्ट करने के लिए एकजुट होंगे ग्रामीण, सामुहिक बैठक में लिया निर्णय

उत्तरा न्यूज डेस्क
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बेल वाली सब्जियां उगाने के लिए लकड़ी के पोल न काटने के लिए भी चलाएंगे जनजागरण

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अल्मोड़ा। सूरी गांव में ग्रामीणों की एक खुली बैठक में गांव की कृषि व वन भूमि को तेजी से खत्म कर रहे कूरी नाम से जाने वाली लैंटाना घास के उन्मूलन के लिए सरकारी या विभागों के स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं होने के बाद अब ग्राम समाज के साथ इसके उन्मूलन के लिए कार्य करने की बात की। बैठक में तय किया गया कि गांववासी मिलकर अब इसका संयुक्त रूप से उन्मूलन करेंगे। इसके अलावा अनारक्षित वन क्षेत्र से कच्ची लकड़िया नहीं काटने और ऐसा करने वालों की सूचना वन विभाग को दिए जाने की बात कही। साथ ही सुअर को मारने के आदेश को लेकर वन विभाग से वार्ता करने का निर्णय लिया। 

बैठक में बरसात की बेल दार सब्जियों में सहारे के लिए इस्तेमाल होने वाले पेड़ों के नुकसान को कम करने के लिए घरों के पास बेतण के पौधे लगाने और इस सब्जी उत्पादन के लिए लकड़ी के पोलों का कटान नहीं करने का निर्णय लिया। कहा कि जंगलों में लगने वाली आग के 90%मामलों के लिए जिम्मेदार ओड़ा फूंकन के समयबद्ध निस्तारण,जंगलों पर ग्रामीणों की निर्भरता खत्म करने के लिए गैस सिलेंडर पर गांवों में निवास करनेवाले परिवारों को अतिरिक्त छूट तथा वी एल स्याही हल पर गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में दीपा देवी, प्रताप सिंह, भूपाल सिंह, राम सिंह , पान सिंह, गजेन्द्र कुमार पाठक,धीरेन्द्र सिंह परिहार,आनंद परिहार,चंदन परिहार,गुलाब सिंह,कमला देवी , किरन देवी,मंजू देवी, गणेश सिंह परिहार सहित अनेक गांववासी मौजूद थे।