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बारिश, भूस्खलन से पिथौरागढ़ में जनजीवन अस्त व्यस्त, कई रोड बंद

उत्तरा न्यूज टीम
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पिथौरागढ़। जिले भर में बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जनपद पिथौरागढ़ की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली घाट- पिथौरागढ़ सहित दो दर्जन से अधिक मार्ग भूस्खलन से बाधित हैं। हालांकि प्रशासन और संबंधित विभाग मार्गो को सुचारू करने में लगे हैं लेकिन बार-बार मलबा आने से परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं।

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पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। काली नदी खतरे के निशान के नजदीक पहुंच चुकी है। नदी किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। मुख्य मार्गों सहित करीब दो दर्जन से अधिक सड़कों के बाधित होने से बाजारों में सब्जी, खाद्यान्न व रसोई गैस सहित अनेक चीजों की कमी बनी हुई है। दूसरी तरफ बाजारों में चहल पहल काफी कम है और अनेक जगहों पर सन्नाटा है। वहीं उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी जारी है। बारिश और बर्फबारी से ठंड में भी इजाफा हो गया है।


पिथौरागढ़ को मैदानी इलाकों से जोड़ने वाली घाट – पिथौरागढ़ आल वैदर रोड पर सोमवार को तीसरे दिन भी याद सुचारू नहीं हो पाया। जगह जगह आया मलबा सुबह करीब 9 बजे साफ किया जा सका, लेकिन पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे दिल्ली बैंड पर फिर से भारी मात्रा में मलबा आ गया। अपराह्न चार बजे मौके पर लगी जेसीबी में कुछ तकनीकी खराबी आने से मलबा हटाने का काम भी काफी देर बाधित रहा। आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार शाम तक मार्ग खुलने की संभावना जताई गई।


जबकि अनेक वाहन और यात्री घंटों मार्ग में फंसे रहे।
दूसरी ओर रविवार को भी दिन भर रुक रुक कर बारिश होती रही। ऐसे में घाट – पिथौरागढ़ रोड सहित अन्य मार्गों पर भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है। जिला मुख्यालय सहित विभिन्न जगहों पर सड़कों पर जलभराव की समस्या से भी लोगों को दो चार होना पड़ रहा है।


इसके अलावा रामगंगा पुल – मुनस्यारी राष्ट्रीय राजमार्ग भी बेटुलीधार के पास भारी भारी भूस्खलन और बोल्डर गिरने से सोमवार तड़के बंद हो गया, जिसे पूर्वाह्न में खोला जा सका। वहीं पिथौरागढ़- थल रोड में लेकघाटी के पास मलबा आया, जबकि थल – मुनस्यारी रोड हरड़िया नाले और अन्य जगह बाधित होती रही। जिसे साफ कर दिया गया, थल मुनस्यारी रोड कालामुनि के पास दोपहर में फिर बंद हो गई। हरड़िया नाले पर भी लगातार मलबा आने से आवाजाही खतरनाक बनी हुई है।


इन मार्गों के अतिरिक्त लगभग आधा दर्जन बॉर्डर रोड और डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीण संपर्क मार्ग भी भूस्खलन से बंद हैं। वहीं घाट – टनकपुर और घाट – अल्मोड़ा नेशनल हाईवे भी कई जगह बाधित होने की सूचना है। पनार – गंगोलीहाट नेशनल हाईवे पर भी जगह जगह पेड़ गिर गए जिन्हें पनार पुलिस चौकी प्रभारी प्रकाश पांडेय के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों ने काटकर यातायात को सुचारू करने का प्रयास किया।
इधर शाम करीब चार साढ़े चार बजे जिले के कुछ स्थानों पर बारिश थोड़ी थमी, और मौसम खुलने लगा, लेकिन अधिकांश जगहों पर आसमान में बादलों का जमावड़ा लगा रहा।