shishu-mandir

सिंचाई विभाग के ईई, एई व जेई के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि के निर्देश डीएम ने प्रस्ताव विभागीय सचिव को भेजने के दिए निर्देश

Newsdesk Uttranews
2 Min Read

new-modern
gyan-vigyan

चम्पावत सहयोगी।सीमान्त क्षेत्र विकास निधि (बीएडीपी) के अन्तर्गत वर्ष 2017-18 में अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष सिंचाई खंड लोहाघाट द्वारा 20 योजनाओं में से 12 योजनाओं में हाथ खड़े करने और योजनाओं को खंड विकास अधिकारी चम्पावत को प्रत्र्यावर्तित करने पर गंभीर लापरवाही मानते हुए जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सहित संबंधित सहायक और कनिष्ठ अभियंताओं के विरूद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि हेतु प्रस्ताव सचिव सिंचाई को भेजने और उसकी प्रति मुख्य सचिव को भी प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर तक कार्यो में प्रोग्रेस न दिखने पर वेतन रोकने की कार्यवाही अमल में जायी जायेगी। जिलाधिकारी एसएन पाण्डे जिला सभागार में वर्ष 2017-18 के अन्तर्गत स्वीकृत बीएडीपी के कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। मालूम हो कि बीएडीपी के अन्तर्गत मार्च 2018 में सिंचाई खंड लोहाघाट को 20 कार्यो हेतु धनराशि अवमुक्त की गई थी, लेकिन सिंचाई खंड ने जुलाई माह में 12 कार्य करने में असमर्थता जताते हुए धनराशि वापस की थी। मार्च की धनराशि को जुलाई में वापस करने और 12 कार्यो हेतु असमर्थता जताने पर जिलाधिकारी विफर पड़े। उन्होंने इस कृत्य को घोर लापरवाही मानते हुए सिंचाई खंड लोहाघाट के अधिशासी अभियंता सहित संबंधित सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि हेतु प्रस्ताव सचिव सिंचाई को भेजने और प्रतिलिपि मुख्य सचिव को प्रेषित करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने 8 कार्यो हेतु अवशेष 70.44 लाख की प्रथम किस्त में से व्यय शून्य होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए 15 सितम्बर तक प्रोग्रेस न लाने पर वेतन रोकने के निर्देश बैठक में दिये।

saraswati-bal-vidya-niketan