Pithoragarh- आठूं पर्व में हिलजात्रा ने पैदा किया रोमांच

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पिथौरागढ़। जनपद में इन दिनों आठूं पर्व अपने चरम पर है। गौरा और महेश्वर को घरों-मंदिरों में लाने के बाद हर गांव कस्बे और नगर क्षेत्रों में खेलों का आयोजन जोरशोर से हो रहा है। जिला मुख्यालय में नगरपालिका कार्यालय के पास स्थित रामलीला मैदान में हर रोज खेलों का भव्य आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरू और युवक युवतियों सहित बच्चे उत्साहपूर्वक भागीदारी कर रहे हैं।

आठूं पर्व पर रामलीला मैदान में ही बीते रविवार को पर्वतीय साँस्कृतिक एवं साहित्यिक कला समिति के कलाकारों ने लोकथात हिलजात्रा का मनमोहक प्रदर्शन किया, जिसमें लखिया भूत और हिरन चित्तल को देखना लोगों के लिए रोमांचक अहसास रहा। गौरा महेश्वर के प्रतीकों के बीच इस प्रदर्शन में हिल जात्रा के प्रमुख आर्काणों में गलिया बैल, लाटा लाटी आदि चरित्रों का भी शानदार प्रदर्शन किया गया।

इसके मौके पर हिल जात्रा के इतिहास, उसके महत्व के बारे में बताते हुए इस परंपरा को आगे ले जाए जाने की जरूरत पर जोर दिया गया। समिति के कलाकारों ने बताया कि भारत सरकार की ओर से प्रायोजित उत्तराखंड के प्रमुख मुखौटा नृत्य हिलजात्रा आयोजन का उद्देश्य इस लोक नृत्य नाट्य के फैलाव में आ रहे मठहराव को दूर करना है। इस हिलजात्रा का निर्देशक व कार्यक्रम का संयोजन हेमराज सिंह बिष्ट ने किया। संगीत व गायन भूपेन्द्र सिंह बिष्ट था। इसके अलावा कमला बिष्ट, रमेश लाल, भवानी बिष्ट, हिमांश ठकुराठी, डिगर राम, गोकुल राम, मुकेश राम, सुनील राम, जगदीश प्रसाद लखिया भुवन जोशी, वलवंत कुमार, डिगर राम, भूपाल सिरोला, रमेश प्रसाद, रोहित कामी, योगेश बोहरा, विक्की, साहिल, प्रकाश सामंत, नितिन, नवनीत, सागर बिष्ट, हिमांशु ठकुराठी. पूजा, भावना, हिना, सानिया, हेमा, कविता, भूमिका पंत, राजेन्द्र प्रसाद, भीम राम कोहली, जीवन पंत, कपिल भट्ट ने हिलजात्रा मंचन में प्रमुख भूमिकाएं निभाईं।

कार्यक्रम का संचालन कै.दिवान सिंह वल्दिया व गोविंद सिंह बिट और जनार्दन उप्रेती ने किया। इस मौके पर श्रीरामलीला प्रबंधकारिणी के पदाधिकारी भूपेन्द्र सिंह महरा, शिवराज सिंह अधिकारी, नवीन भट्ट, नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र रावत सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।