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चाय बगान देंगे अल्मोड़ा को पर्यटन क्षेत्र में पहचान, धौलादेवी व चौखुटिया में विकसित होंगे टी गार्डन

उत्तरा न्यूज डेस्क
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गरुड़ाबांज में तैयार हुआ चाय बागान में  टूरिस्ट हट

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अल्मोड़ा:- अल्मोड़ा जिले को अब चाय बगान के जरिये पर्यटन के मानचित्र में लाने की कयावद तेज हो रही हैं| इसके लिए जिला प्रशासन और उत्तराखण्ड टी बोर्ड ने टी गार्डन विकसित करने का एक ऐसा खाका तैयार किया हैं, जिससे कई क्षेत्रों को फायदा मिल सकता है|
अल्मोड़ा और उसके आस-पास के ईलाके चाय की उपज के लिए उपजाऊ रहे इसे देखते हुए कौसानी के बाद चौखुटिया व धौलादेवी में टी गार्डन विकसित किए जा रहे हैं|


यहां चाय उत्पादन के साथ ही टूरिस्टों को चाय बागान में भ्रमण कराने की योजना है| धौलादेवी का टी गार्डन तो तैंयार भी हो चुका है|
सीडीओ अल्मोड़ा मयूर दीक्षित ने बताया कि जागेश्वर आने वाले पर्यटक यहां घूमें और चाय उत्पादन की जानकारी लेने के साथ ही टी टेस्टिंग व फोटोग्राफी कर सकते हैं इसके लिए टूरिस्ट हट की स्थापना की जा चुकी है| उन्होंने कहा कि चाय उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ही इसे पर्यटन से जोड़ने की व्यवस्था की जा रही है|


गुरुड़ाबांज में स्थित यह बागान लमगड़ा, गुरुज़ाबांज व जागेश्वर मार्ग पर स्थित है| जागेश्वर आने वाला पर्यटक यहां पर्यटन का आनंद लेने के साथ ही चाय उत्पादन व टी टेस्टिंग का आनंद उठा सकते हैं|
मालूम हो कि पिछले कुछ सालों में चाय बगानों के प्रति लोगों की उपेक्षा ने चाय के कारोबार को खासा प्रभावित किया है| मगर अब अल्मोड़ा जिला प्रशासन के साथ मिलकर टी बोर्ड कौसानी के बाद चौखुटिया और धौलादेवी में टी गार्डन विकसित करने जा रही हैँ।
नये प्लान के तहत चाय बगान के जरिये युवाओं को रोजगार तो मिलेगा साथ ही इसे पर्यटन से भी जोड़ा जा रहा है | दिखने में आकर्षक व दिल को छू लेने वाले टी गार्डन पर्यटकों को अपनी ओर आसानी से आकर्षित कर सकते हैँ।


पर्वतीय क्षेत्रों में बागेश्वर के हरिनगर व गरुड़ में नैनीताल के श्यामखेत में , चंपावत में चाय बगानों के जरिये पर्यटन और रोजगार को बढ़ाने के प्रयोग पहले भी सफल हो चुके हैं| उम्मीद की जानी चाहिए कि उत्तराखण्ड टी बोर्ड और जिला प्रशासन की यह पहल रंग लायेगी और चाय बगान नये आयाम छूएगी|