डाँक्टर और सामाजिक संगठनों की मदद से बच गई पूनम की आंखों की रोशनी

उत्तरा न्यूज डेस्क
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पूनम की मदद को बढे हाथ, उपचार करा घर को लौटी बच्ची


डाँक्टर और सामाजिक संगठनों की मदद से बच गई पूनम की आंखों की रोशनी

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अल्मोड़ा-
कुपोषण से पूनम की आँखों की रौशनी जाने का जो खतरा बना था वो अब टल गया है। बेस अस्पताल में भर्ती पूनम उर्फ पूजा ने जब अपने परिजनों व शिक्षकों से यह कहा कि वह देख सकती है और उसे साफ दिखाई दे रहा है| वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आई|
पिछले पखवाड़े राष्ट्रपति पुरुष्कार प्राप्त शिक्षक कल्याण मनकोटी के द्वारा पूनम को बेस चिकित्सालय में गंभीर अवस्था में लाया गया था जाँच के बाद मालुम चला कि पूनम कुपोषित है और कुपोषण की वजह से उसकी आँखों की रौशनी जाने का खतरा बन गया था। पूनम की खबर समाचार छपने के बाद उसकी की मदद को हाथ आगे बढे। इसके अलावा बेस चिकित्सालय के पीएमएस डा.टीडी रखोलिया ने भी इस मामले में व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य किया|
बालिका के सहयोग के लिए आगे आई हिन्दू सेवा समिति अल्मोड़ा के सदस्य अजीत कार्की के नेतृत्व में दीपक साह, वैभव पाण्डे, किशन लाल द्वारा पूनम से मुलाक़ात कर उसे आर्थिक मदद की और उसके ठीक होकर घर जाने की वाहन की व्यवस्था की और घर पर ठीक से पूनम की देख भाल हो उसके लिए जरुरी भोजन की व्यवस्था की। और भविष्य में पूनम की पढ़ाई व वस्त्रों की व्यवस्था करने का आश्वाशन दिया।
कल्याण मनकोटी द्वारा हिन्दू सेवा समिति अल्मोड़ा का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा पीएमएस डॉ रैखोलिया को बेहतरीन इलाज़ के लिए धन्यवाद दिया। डॉ रैखोलिया की देखरेख में पूनम को समुचित इलाज़ मिलने पर शिक्षक मनकोटी ने प्रसन्नता व्यक्त की। मालूम हो कि भैसियाछाना विकासखंड के चनोली निवासी पूनम उर्फ पूजा चनोली में कक्षा 8 की छात्रा है| कुपोषण के चलते उसकी आंखों की रोशनी जाने का खतरा पैदा हो गया था| यहां उसकी कहानी जानकर उसे बेस चिकित्सालय में भर्ती कराया गया| पूनम की कहानी सामने आने के बाद लोग उसकी मदद के लिए आगे आए|