डिप्टी स्पीकर ने क्यों कहा कोसी बैराज जनता के लिए बन गया अभिशाप, क्या है पेयजल का नया विकल्प पढ़े पूरी खबर

उत्तरा न्यूज डेस्क
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यहां देखिए कोसी बैराज को लेकर क्या कहा डिप्टी स्पीकर ने

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फोटो- क्या आप पी सकते हैं ऐसा पानी

अल्मोड़ा:- अल्मोड़ा नगर में पिछले एक सप्ताह से पानी केे लिए हाहाकार मचा हुआ है, कही पानी आ भी रहा हैं तो वह भी मटमेला पानी की गंभीर स्थिति को देखते हुऐ डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चौहान ने गुरुवार को कोसी बैराज का निरीक्षण किया और नदी में बैरीज के आसपास गाद, सिल्ट व जली लकड़िया देख वह बिफर गए| उन्होंने अधिकारियो को लताड़ लगाई । उन्होंने कहा कि कोसी बैराज अल्मोड़ा व आस-पास के लिए अभिशाप बन गया है, मरे हुऐ जानवर और जंगल की मिट्टी आने से पानी दूषित है, और इस पानी को लोग पी रहे हैं| उन्होंने धीरे धीरे बैराज के गेट खोल गंदा पानी निकालने को कहा और पानी की निकासी शुरु कराई|


इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोगो को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हो इसका विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात के दौरान मटमैला पानी आने से पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही है जिससे लोगो को परेशानी हो रही है इसका समाधान निकाला जाय। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को समय-समय पर बैराज में निगरानी करते हुए पेयजल आपूर्ति की मानिटरिंग करनी होगी। इस दौरान बैराज का गेट खोलकर पानी की निकासी की गयी जिसमें सिल्ट, लकड़ी व अन्य चीजो की सफाई की गयी।


विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि बरसात के दौरान बैराज में समय-समय पर सिल्ट आ जाने से पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही है इसके लिए विकल्प के तौर पर अन्य योजना से पेयजल आपूर्ति किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरयू-सेराघाट पम्पिंग योजना की स्वीकृति के लिए राज्य सरकार व शासन स्तर पर वार्ता की जायेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में अल्मोड़ा नगर की जनसंख्या बढ़ने के कारण भी विकल्प के तौर दूसरी पम्पिंग योजनाओं की स्वीकृति आवश्यक हो गयी है जिससे पेयजल आपूर्ति सुचारू हो सके।

फोटो-कोसी नदी में फैली गाद

इसके बाद उन्होंने मटेला स्थित पेयजल टैंक का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिये कि समय-समय पर टैंक की सफाई व क्लोरीनेशन किया जाय। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में दूषित पानी की आपूर्ति न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाय।
इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल, ब्लाॅक प्रमुख हवालबाग सूरज सिराड़ी, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान केएस खाती, अधिशासी अभियन्ता केडी भटट, सहायक अभियन्ता मंजुल मेहता, मुकेश कुमार, हरीश कनवाल, संजय बिष्ट, महिपाल बिष्ट, कैलाश गोस्वामी, सुरेश भटट व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।