shishu-mandir

खाई में मिला लाइनमैन का शव,पुलिस जुटी जांच में

Newsdesk Uttranews
3 Min Read

घटना क्षेत्र पालाग्रस्त और ढलान भरा, मृतक के शरीर पर चोटों के काफी निशान

new-modern
gyan-vigyan

पिथौरागढ़। अस्कोट क्षेत्र में एक व्यक्ति शव गहरी खाई में पड़ा मिला। आशंका है कि ऊंचाई गिरने से उसकी मौत हुई है। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से शव को खाई से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

saraswati-bal-vidya-niketan

    बीते बुधवार को कोतवाली अस्कोट पुलिस को ग्राम प्रहरी चमडुंगरी ललित प्रसाद ने घटना की सूचना दी। बताया कि ग्राम चमडुंगरी में एक व्यक्ति की खाई में गिरकर मृत्यु हो गई है। सूचना पर कोतवाली से महिला एसआई मीनाक्षी देव के नेतृत्व में टीम चमडुंगरी पहुंची, जहां मौके पर ग्राम चमडुंगरी व ग्राम कांणाधार के लोग मौजूद थे। पूछताछ में लोगों ने  बताया कि हरीश सिंह (36 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय लाल सिंह ग्राम कांणाधार पोस्ट छडनदेव थाना कनालाछीना, जनपद पिथौरागढ का निवासी है। वह संविदा में बिजली लाइनमैन का कार्य करता था।

     हरीश सिं विगत 19 दिसंबर को ग्राम चमडूंगरी आया था। इस बीच वह दिन में करीब डेढ़ बजे अपने घर के लिए रवाना हो गया था। इसके बाद से परिजन उसे ढूंढ रहे थे। वहीं 20 दिसंबर को लोगों ने हरीश सिंह को गोबारीगाड़ा झरने में मृत पड़ा देखा। पुलिस टीम ने घटनास्थल पर जाकर देखा, जहां गोबारीगाड़ा झरने के नीचे तलहटी में उसका शव छाती के बल पड़ा था। मृतक के माथे, बायीं आंख, बायें गाल – चेहरे व मुंह पर काफी चोटें थी और शव खून से लथपथ था। हालांकि उसके शरीर पर कपड़े थे तथा शव के पास में ही उसका बैग पड़ा था, जिसमें बिजली का कार्य करने के उपकरण जैसे पेचकस, प्लास आदि बरामद हुए। 

   पुलिस के अनुसार उक्त स्थान पालाग्रस्त है तथा अत्यधिक फिसलन वाली ढलान है। मृतक के शरीर पर रगड़ के भी निशान थे। पुलिस टीम ने शव को ग्रामीणों की मदद से खाई से निकाला और पंचायतनामा की कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ भिजवाया।         

पुलिस का कहना है कि झरना करीब 30-35 मी ऊंचा है और सीधी खाई है। उससे ऊपर पूरी ढलान और काफी फिसलन व दुर्गम स्थल होने के कारण संभवतः झरने से ऊपर या आसपास के रास्ते से फिसलकर ऊंचाई से गिरने के कारण वह काफी चोटिल हो गया, जिससे हरीश सिंह की मृत्यु होना प्रतीत होता है। हालांकि इस पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकता है।