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धारचूला के जुम्मा में पांच के शव बरामद , 2 अभी भी लापता

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। जिले की सीमांत तहसील धारचूला के ग्राम जुम्मा में बीती रविवार रात भारी बारिश के बाद बारिश और भूस्खलन ने कहर बरपा दिया। इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दो लोग लापता हैं,हालांकि आपदा कंट्रोल रूम 2 या 3 लोगों के दबे होने की आशंका जता रहा हैं।  भूस्खलन से आधा दर्जन से अधिक घर जमींदोज हो गए।

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सोमवार सुबह घटना का पता चलने के बाद एसडीआरएफ, पुलिस, एनडीआरएफ, एसएसबी व अन्य एजेंसियों की टीमों लापता लोगों की खोजबीन और राहत बचाव कार्य में लगी हैं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी पूर्वान्ह में क्षेत्र के लिए रवाना हो गए।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य में कोई न रखने और पीड़ितों-प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।

हालांकि इलाके को जोड़ने वाले धारचूला-तवाघाट मुख्य मार्ग के भूस्खलन से बंद होने के कारण बचाव दलों को क्षेत्र में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। जुम्मा क्षेत्र में अस्थायी हैलीपैड बनाने का प्रयास जारी है ताकि हैली सेवा से रेस्क्यू और राहत-बचाव का काम किया जा सके। वहीं भारी बारिश व भूस्खलन से क्षेत्र में स्थित एनएचपीसी के प्रशासनिक भवन परिसर को भी काफी नुकसान पहुंचा है। मलबे व गाद के कारण इलाके में काली नदी में कुछ जगहों पर झील बन गई, जिससे खतरे की आशंका बनी हुई है। 

  रविवार की रात धारचूला के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश हुई। सोमवार सुबह तक क्षेत्र में 81.80 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दौरान भारी भूस्खलन से क्षेत्र के ग्राम जुम्मा के जामुनी तोक में करीब 5 और सिरौउड्यार में 2 आवासीय मकान मलबे में समा गए। इससे क्षेत्र में हाहाकर मच गया। सुबह बारिश थमने पर ढूंढखोज शुरू हुई तो कुछ बच्चों सहित 7 लोग लापता थे तथा चारों ओर तबाही का मंजर था। ग्रामीणों ने मलबे में अपनों की ढूंढखोज शुरू की और सूचना प्रशासन व पुलिस को दी। पूर्वान्ह करीब 10 बजे तक क्षेत्र में राजस्व व नागरिक पुलिस, एसएसबी व एसडीआरएफ की टीम पहुंच गई। एनडीआरएफ की टीम को भी क्षेत्र के लिए रवाना किया गया।

इस बीच तीन बच्चों के शव बरामद कर लिए गए। शाम करीब 4 बजे तक लापता दो और लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे। इस बीच पूर्वान्ह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान से फोन पर बात कर नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को तत्काल हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने और सर्च व रेस्क्यू आपरेशन पूरी क्षमता के साथ चलाने तथा घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी कुमाऊं कमिश्नर और जिलाधिकारी से लगातार अपडेट ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि मौसम साफ होते ही मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे।

 इस सबके बीच इस दूरस्थ इलाके में दूरसंचार सेवा लड़खड़ाई है जिससे लोगों को अपनों की कुशलक्षेम और नुकसान की ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। क्षेत्र में दूरसंचार कनेक्टिविटी कमजोर होने से शाम तक प्रशासन के पास भी मृतकों, लापता लोगों और घायलों के बारे में आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई थी। दूसरी ओर भारी बारिश और भूस्खलन से धारचूला के तपोवन में स्थित एनएचपीसी के प्रशासनिक भवन में भी काफी नुकसान हुआ है। मलबे से परिसर की सड़कें, भवन और वाहनों को काफी नुकसान पहुंचा हैं। इसके अलावा क्षेत्र से लगे नेपाल के श्रीबगड़ इलाके में भी बारिश और भूस्खलन से भारी नुकसान की सूचना है। 

मृतकों व घायलों का विवरण 
’मृतकों का विवरण-’
1- कुमारी संजना (उम्र लगभग 15 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचुला
2- कुमारी रेनु (उम्र लगभग 11 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचुला
3-कुमारी शिवानी (उम्र लगभग 09 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचुला
4-श्रीमती सुनीता पत्नी दीपक सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचुला।
5- पार्वती देवी पत्नी लाल सिंह निवासी जामुनी तोक, धारचूला। 

’घायलों का विवरण’
1-नर सिंह पुत्र लाल सिंह निवासी जुम्मा
2-श्रीमती जयमती पत्नी सोबन सिंह निवासी जुम्मा
3- कुमारी अंजली पुत्री मान सिंह निवासी जुम्मा
4- कुमारी दीया पुत्री मान सिंह निवासी जुम्मा।