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uttarakhand disaster-उच्च हिमालयी क्षेत्रों में फंसे दर्जनो लोगों को हेलीकॉप्टर से किया गया रेस्क्यू

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। तीन दिन की भारी बारिश से जनपद में काफी नुकसान हुआ है। नेशनल हाईवे सहित अनेक मार्ग बंद हैं जिससे जिला मुख्यालय सहित जनपद भर में जरूरी सामानों की आपूर्ति बाधित है और उनके दाम भी बढ़ गए हैं।

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बृहस्पतिवार को मुख्यालय के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर तेल समाप्ति की बोर्ड भी टंग गए, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क संपर्क ध्वस्त होने से दूरदराज और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में फंसे पर्यटकों, डिलीवरी केस से संबंधित महिला व अन्य जरूरतमंद लोगों को बृहस्पतिवार को सेना और सिविल के हेलीकॉप्टरों की मदद से रेस्क्यू किया गया। सड़कें बंद होने से अनेक सरकारी कर्मचारी या जिन्हें जरूरी काम से अन्यत्र पहुंचना था वो भी जिले में ही फंस गए हैं।


जिले की लाइफ लाइन पिथौरागढ़-टनकपुर ऑल वेदर रोड तीन दिनों की बारिश के बीच घाट क्षेत्र में मलबा आने से विभिन्न जगहों पर बंद हो गई थी, जिसे कुछ जगहों पर तो खोल दिया गया है, लेकिन दिल्ली बैंड से अभी मलबा नहीं हटाया जा सका है। इसके अलावा दूनी-पनार-गंगोलीहाट मार्ग दूनी में, मुनस्यारी-जौलजीबी मार्ग भदेली, धारचूला-पांगला-गुंजी मार्ग मलघट में तथा तवाघाट-सोबला मार्ग व पीपली-तालेश्वर रोड भी जगह-जगह बंद है।


इन हालातों में उच्च हिमालयी क्षेत्र गुंजी में फंसे करीब 30 पर्यटकों को बृहस्पतिवार को सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर पिथौरागढ़ लाया गया। इस मौके पर पिथौरागढ़ नैनीसैनी हवाई पट्टी पर जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि 30 पर्यटकों के अलावा फोर्स से मिले एएलएच हेलीकॉप्टर से तेदांग क्षेत्र से प्रसव पीड़ा से गुजर रही एक महिला और अन्य जरूरतमंदों को जिला मुख्यालय लाकर उचित उपचार के लिए बाहर भिजवाया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि उच्च हिमालयी व दूरदराज के क्षेत्रों से बीमार या अन्य जरूरतमंदों तक पहंुचने और उन्हें पिथौरागढ़ लाने के लिए सिविल का एक हेलीकॉप्टर भी इस्तेेमाल किया जा रहा है, ताकि लोगों को जल्द मदद मिल सके। दूसरी ओर डीएम के हस्तक्षेप के बाद बुधवार देर शाम से बीएसएनएल और अन्य दूरसंचार सेवाएं पटरी पर लौटी हैं, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।