चौथे  स्तंभ की निष्ठा फिर संदेह में, वायरल तस्वीर दिखा रही है सच

उत्तरा न्यूज डेस्क
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सामाजिक संगठन को सम्मान की चासनी में डुबो गया मीडिया, अब तस्वीरें हो रही वायरल
अल्मोड़ा। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तभ या पिलर की संज्ञा देने वालों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि मीडिया को दी गई यह संज्ञा कभी उपहास का कारण बनेगी। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही हुआ। एक जाने माने राष्ट्रीय संगठन के सुप्रीमों को आदर देने के फेर में मीडिया कुछ ज्यादा ही सम्मान की चाशनी पिला गया। कार्यक्रम के स्क्रोल चैनल में चलने के बाद अब लोग इसे वायरल करनेक लगे हैं। इस पर कुछ लोग चुश्कियां ले रहे हैं तो कई लोग चुटकिया ले रहे हैं।

दरअसल मिडिया रिपोर्टिंग को तटस्थ माना जाता है। यहां बिना किसी भेद भाव के खबरों का प्रसारण करना पहली शर्त होती है। इसके चलते अमूमन कार्यक्रमों में कई औपचारिक आदर सूचक शब्दों का इस्तेमाल से प़त्रकार बचते रहे हैं। लेकिन राष्ट्रीय और सरकारी संरक्षण में चलने वाले एक चैनल में कल हुए एक कार्यक्रम की रिपोर्टिंग के दौरान स्क्रीन पर चलने वाले स्क्रोल ने लोगों को फिर सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया। यहा एक राष्ट्रीय संगठन के कार्यक्रम के दौरान उसके प्रमुख के नाम को दर्शाने के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया लोग उस पर चटकरे लेकर निष्पक्षता की रिपोर्टिंग पर सवाल खड़े लेगे हैं। सुबह से यह तस्वीर वायरल हो रही है। इसी वायरल तस्वीर को उत्तरान्यूज आपके सामने प्रस्तुत कर रहा है ताकि पाठक गण खुद आंकलन कर सकें।