shishu-mandir

पिथौरागढ़- चंडिका घाट पुल निर्माण में देरी को लेकर प्रदर्शन

Newsdesk Uttranews
2 Min Read


पुल बनेगा तो बेरीनाग से पिथौरागढ़ तक पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी : खाती

new-modern
gyan-vigyan

पिथौरागढ़। विगत दिवस यानि 15 अक्टूबर को पूर्व पालिकाध्यक्ष पिथौरागढ़ तथा उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महामंत्री जगत सिंह खाती ने चंडिका घाट क्षेत्र में स्थानीय लोगों के साथ चंडिका घाट पुल निर्माण में देरी के खिलाफ प्रदर्शन किया।

saraswati-bal-vidya-niketan


इस दौरान उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ से सुवालेख-रसैपाटा होते हुए चंडिका घाट मंदिर तक सड़क पहुंच चुकी है। बेरीनाग डिवीजन से भी गंगोलीहाट, दसाई थल, चौंली-चंडिका घाट नदी तक सड़क पहुंच चुकी है। वर्ष 2006 में चंडिका घाट में रामगंगा नदी में 80 मीटर पुल स्वीकृत हुआ था, लेकिन अब तक इसमें निविदाएं नहीं लगी हैं। इस पुल के न बनने से गंगोलीहाट-बेरीनाग-कनालीछीना, मूनाकोट व पिथौरागढ़ के लोग सीधे प्रभावित हो रहे हैं।


पूर्व पालिकाध्यक्ष खाती ने कहा दोनों तरफ से यानि गंगोलीहाट और पिथौरागढ़ से रामगंगा नदी तक सड़क पहुंच चुकी है। पुल बन जाता तो एक ही दिन में आदमी चंडिका घाट मंदिर से पाताल भुवनेश्वर गुफा और शक्तिपीठ महाकाली के दर्शन कर वापस पिथौरागढ़ आ सकता है या चौकोड़ी जा सकता है।

खाती ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से अगर हम देखें तो यह पुल काफी महत्वपूर्ण है। खाती ने कहा कि बेरीनाग में अधिशासी अभियंता कार्यालय से लेकर पिथौरागढ़ में अधीक्षण अभियंता तथा मुख्य विकास अधिकारी से लेकर जिलाधिकारी और दोनों सरकार के मुख्यमंत्रियों तक अपनी बात रख चुका हूं, लेकिन अब तक पुल नहीं बन पाया है।


उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द पुल नहीं बना तो पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने अनशन किया जाएगा और उसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता यूथ कांग्रेस दीपक तिवारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य भास्कर भट्ट, जीवन चंद जोशी, हिमांशु जोशी, लाल सिंह मेहता, टिकेंद्र मल्ल सहित अनेक स्थानीय लोग मौजूद थे।