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भगत सिंह कोश्यारी— नामची चेटाबगड़ से राजभवन तक का सफर,कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न बांटी मिठा​ईयां

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। नामची चेटाबगड़ से राज्यपाल तक का सफर पूरा करने वाले भाजपा के दिग्गज नेताओं मे सुमार रहे पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के राज्यपाल बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं में हर्ष का माहौल है। अल्मोड़ा में कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाते हुए मिठाईयां बांटी।
एक मंझे हुए राजनेता के साथ ही अध्यापन और पत्रकार का काम कर चुके पूर्व सीएम कोश्यारी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के नए राज्यपाल बनाए गए।
भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को बागेश्वर जनपद के नामची चेटाबगड़में हुआ था,भगत सिंह कोश्यारी के पिता का नाम गोपाल सिंह कोश्यारी और माताजी का नाम मोतीमा है, कोश्यारी की शिक्षा एमए इंग्लिश तक है और वह अध्यापक रहने के साथ ही वह पत्रकार भी रह चुके है, भगत सिंह कोश्यारी उत्तर भारत में भाजपा और आरएसएस के बड़े नेता रहने के साथ ही और उत्तराखंड में भाजपा के जननायक नेता के रूप में जाने जाते हैं भगत सिंह कोश्यारी के राजनीतिक सफर की बात की जाए तो 1997 से लेकर 1999 तक उत्तर प्रदेश याचिका समिति के सदस्य चुने गए थे,
1997 से लेकर 2000 तक भगत सिंह कोश्यारी उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य थे राज्य बनने के बाद उन्होंने 2001 से 2002 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की गद्दी संभाली उसके बाद 2002 से 2007 तक भगत सिंह कोश्यारी विधानसभा में नेता विपक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहे 2008 से 2014 तक भगत सिंह कोश्यारी राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं वहीं 2014 में भगत सिंह कोश्यारी नैनीताल लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं भगत सिंह कोश्यारी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में भी संगठन के काम काज को देख चुके हैं भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के उन चुनिंदा नेताओं में से एक हैं जिनकी काफी लोकप्रियता है। इधर कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाए जाने के बाद अल्मोड़ा में कार्यकर्ताओं ने हर्ष जताया और कहा कि अर्श पर पहुंचना पूरे उत्तराखंड के लिए गौरव का क्षण है। कार्यकर्ताओं ने कहा उत्तराखंड भाजपा से राज्यपाल बनने वाले वह पहले राज्यपाल हैं। इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा,जिलाध्यक्ष गोविंद पिलख्वाल,महामंत्री रवि रौतेला,महेश नयाल, शैलेन्द्र साह, कैलाश गुरूरानी,डा.जीएस नयाल, मीना भैसोड़ा, लता बोरा, किरन पंत, लीला बोरा, धर्मेन्द्र बिष्ट ,दीप आर्या,सभासद मनोज जोशी, अमित साह मोनू,अजय वर्मा,देवाशीष नेगी, विनीत बिष्ट,राजीव गुरूरानी सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।

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