ऑनलाइन टीचिंग(Online teaching) क्लास टीचिंग का विकल्प नहीं: प्रो.सिंघल, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड ने की ऑनलाइन बैठक

Newsdesk Uttranews
3 Min Read

new-modern

अल्मोड़ा, 06 मई 2020
ऑनलाइन टीचिंग (Online teaching)
कभी भी क्लास टीचिंग का विकल्प नहीं हो सकती है. कक्षा के माध्यम से ही 75% पाठयक्रम पूरा हो. सभी छात्रों की उपस्थिति लॉक डाउन (Lock Down) में मान लेना चाहिए. इस वैश्विक महामारी में छात्र अपने करियर, परीक्षा, भविष्य और परिणामों को लेकर तनाव में जा रहे है. शिक्षक सक्रिय होकर विद्यार्थियों के भय को दूर करें.

यह बात राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तराखंड के ऑनलाइन बैठक (Online meeting) में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. जेपी सिंघल ने कही. उन्होंने कहा कि सभी राज्यों की स्थिति अलग-अलग हैं. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सलाह लागू करना जरूरी नही हैं.

शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड उच्च शिक्षा इकाई कुमाउं विवि के अध्यक्ष प्रो. एनडी कांडपाल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने कहा कि हमारे आस-पास कोई भूखा ना रहे यह हमारा नैतिक दायित्व है. संगठन की रीति—नीति के अनुसार सेवा कार्य करें. बैठक को संबोधित करते हुए महासंघ के महामंत्री शिवानंदन सिन्दनकेरा ने कहा कि सभी इकाईयां की अपने कार्यक्रम कर्तव्य बोध, गुरु वंदन, नववर्ष एवं शाश्वत जीवन मूल्य पर प्रभावी कार्यक्रम की तैयारी होना चाहिए. जिला टोली का प्रशिक्षण जिले टोली द्वारा ही हो यह प्रयास रहें. संगठन की 2 साल 5 साल का लक्ष्य बनाकर कार्य योजना तैयार करें.

kandpal 1

महासंघ की ओर से कुछ सुझाव दिए गए जिसमें विवि गाइडलाइन को संशोधित कर एकेडमिक बॉडी से पास कराकर लागू करने, स्थानीय आवश्यकता के आधार पर विश्वविद्यालयों को परीक्षा कराने की छूट,
परीक्षाओं का समय 3 घंटे से 2 घंटे किए जाने, वैकल्पिक प्रश्नों के आधार पर भी परीक्षा कराई जाने, प्रवेश इस समय ऑनलाइन किए जाने, पुराने विद्यार्थियों के लिए सत्र 1 जुलाई से और नए विद्यार्थियों के लिए 1 अगस्त से प्रारंभ किए जाने, पीएचडी विद्यार्थियों को 6 महीने का छूट दिए जाने आदि सम्मलित थे.

बैठक का संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड के महामंत्री डॉ. अनिल नौटियाल और आभार ज्ञापन महासंघ के अध्यक्ष प्रो. विजय पांडेय ने किया. जिसमें प्रमुख रुप से कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रशांत सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. रश्मि त्यागी, सह संगठन मंत्री शिव नारायण सिंह, मंत्री डॉ. अलका सूरी, मीडिया प्रभारी पारुल दीक्षित, कार्यालय प्रमुख राजेन्द्र सिंह चौहान, हरिद्वार जिला अध्यक्ष जगपाल सिंह, नीरज सैनी, संजय सैनी, महेंद्र सिंह नेगी, हेमंत जोशी, कुमायूं विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. नारायण दत्त कांडपाल, प्रदेश मंत्री रमेश धपोला, कुमायूं मंडल उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह बल एवं संयोजक डॉ हरनाम सिंह ऑनलाइन उपस्थित रहकर अपने विचार रखें.