सभी आधुनिक खेलों की जड़ें पारंपरिक खेलों से जुड़ी है: डॉ कनिष्क पांडे

Newsdesk Uttranews
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गाजियाबाद, 21 जून (आईएएनएस)। भारत में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और लोकप्रिय बनाने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और प्रबंधन संस्थान आईएमटी गाजियाबाद ने मंगलवार को यहां एक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

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आईएमटी गाजियाबाद में खेल शोधकर्ता डॉ कनिष्क पांडे ने कहा, हालांकि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की कई नीतियां हैं, पारंपरिक खेलों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। हम मानते हैं कि सभी आधुनिक खेलों की जड़ पारंपरिक खेलों से जुड़ी हुई है।

पांडे ने कहा, पारंपरिक खेल की जड़ को खोजने और इसे फलने-फूलने की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए आईएमटी गाजियाबाद के निदेशक डॉ विशाल तलवार के मार्गदर्शन में, खेल अनुसंधान केंद्र देश में पारंपरिक खेलों पर गहनता से काम कर रहा है।

समझौता ज्ञापन पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकेश पांडे और आईएमटी गाजियाबाद के निदेशक डॉ विशाल तलवार ने हस्ताक्षर किए।

डॉ मुकेश पांडे ने कहा, डॉ कनिष्क पांडे द्वारा इस क्षेत्र में खेलों की स्थिति के संबंध में एक अध्ययन किया गया था। अध्ययन को आगे बढ़ाने और इस क्षेत्र में खेलों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से संपर्क किया गया था, इसलिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने इस काम को आगे बढ़ाने का फैसला किया।

–आईएएनएस

आरजे/एएनएम

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