जानिए कौन है IAS प्रत्यय अमृत, जो बने हैं बिहार के नए गृह सचिव,जाने क्या मिलेगी पावर और कितनी होगी सैलरी

Smriti Nigam
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State Home Secretary Power and Salary: IAS अधिकारी प्रत्यय अमृत को बिहार का नया गृह सचिव नियुक्त किया गया है। आज हम आपको इस लेख माध्यम से बताएंगे कि गृह सचिव के बाद कौन-कौन सी पावर और कितनी सैलरी मिलती है।

State Home Secretary Power and Salary: बिहार सरकार ने राज्य के गृह सचिव के पद पर IAS अधिकारी प्रत्यय अमृत को नियुक्त किया है। इलेक्शन कमिशन द्वारा नियुक्त करने के बाद बिहार समेत 6 राज्यों के नए गृह सचिव तैनात किए गए हैं। बिहार में अब 1991 बैच के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत ने गृह सचिव बने हैं, जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी भी हैं।

आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले हैं। वह राज्य के सबसे हाई रेटेड आईएएस अधिकारियों में शामिल है ।उन्होंने बिहार के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, रोड कनेक्टिविटी और विद्युत आपूर्ति को लेकर अहम कदम उठाए।कोरोना महामारी के दौरान भी बिहार सरकार में आपदा विभाग के प्रधान सचिव रहे। प्रत्यय अमृत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। उन्होंने साल 2011 में लोक प्रशासन में अपने असाधारण प्रदर्शनों के लिए एक्सीलेंस अवार्ड भी मिला था।

वहीं अगर बताया जाए कि गृह सचिव की पावर और उन्हें मिलने वाली सैलरी की तो विभिन्न राज्यों के अनुसार यह अलग-अलग हो सकती है।

राज्य के गृह सचिव की जिम्मेदारियां

दरअसल, गृह सचिव के पास राज्य के गृह मंत्रालय में सरकारी कामों की संपूर्ण जिम्मेदारी होती है। गृह सचिव का पद एक बहुत महत्वपूर्ण पद होता है और यह बहुत बड़ा पद भी होता है जिसके तहत वे राज्य की सुरक्षा कानून व्यवस्था पुलिस और अन्य संबंधित क्षेत्र में अपना निर्देशन देते हैं। इनके पास बहुत ज्यादा शक्ति और प्रभाव होता है जो राज्य की सुरक्षा और विकास में योगदान देता है।

राज्य गृह सचिव की पावर

1. कानून प्रवर्तन और पुलिस प्रशासन

गृह सचिव अक्सर राज्य पुलिस बल की गतिविधियों की देखरेख और समन्वय का महत्वपूर्ण कार्य करता है। उनके पास प्रभावी कानून प्रवर्तन सुनिश्चित करने के लिए निर्देश भी जारी करने होते हैं। नीतियां बनाने और संसाधन आवंटित करने का अधिकार भी इन्हें होता है।

2. आंतरिक सुरक्षा

गृह सचिव आमतौर पर राज्य के भीतर आंतरिक सुरक्षा खतरों का आकलन करने और उन्हें संबोधित करने के लिए भी जिम्मेदार होता है। इसमें खुफिया एजेंसियों के साथ सामंजस्य से बिठाना, सुरक्षा उपायों को लागू करना और दंगों विरोध प्रदर्शन हो या आतंकवादी घटनाओं जैसी आपातकालीन स्थितियों में भी प्रतिक्रिया देना शामिल हो सकता है।

3. नीति निर्माण

राज्य गृह सचिव अपराध रोकथाम, सार्वजनिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से संबंधित नीतियों के निर्माण और कार्यान्वयन में शामिल होते हैं। वे विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए व्यापक रणनीति विकसित करने के लिए अक्सर अन्य सरकारी विभागों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते हैं।

4. आपदा प्रबंधन

कई राज्यों में, गृह सचिव को बाढ़, भूकंप या औद्योगिक जैसी प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं की स्थिति में तैयारी, प्रतिक्रिया और पुनर्प्राप्ति गतिविधियों सहित आपदा प्रबंधन प्रयासों की देखरेख करने का काम सौंपा जाता है।

5. प्रशासन और समन्वय

राज्य के गृह सचिव आमतौर पर गृह विभाग या समकक्ष मंत्रालय के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्य करता है।वह विभाग के दिन प्रतिदिन कार्यों की देखरेख भी करता है।

6. सलाहकार भूमिका

गृह सचिव आंतरिक सुरक्षा कानून और व्यवस्था को बनाए रखने पर राज्य सलाहकार के रूप में भी कार्य करता है। वे नीति निर्माताओं को सूचित निर्णय लेने में सहायता करने के लिए सिफारिशें, विश्लेषण और ब्रीफिंग भी प्रदान करते हैं।

राज्य गृह सचिव को मिलने वाली सैलरी

राज्य के गृह सचिव की सैलरी विभिन्न राज्यों में अलग-अलग हो सकती है। राज्य के गृह सचिव को 2.25 लाख रुपये से लेकर 2.50 लाख रुपये तक सैलरी दी जाती है। राज्य गृह सचिव को यह सैलरी 7वें वेतन आयोग के तहत मिलती है। इसके अलावा उन्हें कई भत्तों का लाभ भी मिलता है।