Uttarakhand- प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की उपेक्षा के खिलाफ कांग्रेस की हुंकार

उत्तरा न्यूज टीम
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fire broke out

गैरसैंण। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की उपेक्षा से नाराज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा और अनेक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध दर्ज कराया है।

गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गैरसैंण तहसील कार्यालय की सांकेतिक तालाबंदी की और प्रदेश सरकार से गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की मांग की। आरोप लगाया गया कि वर्तमान सरकार गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा परिसर को गैर बनाने की मुहिम में जुटी है। गैरसैंण में अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की गई है जिसके चलते राजधानी का काम लटक गया है।

इस दौरान गैरसैंण राजधानी स्थाई संघर्ष समिति के लिए कांग्रेस ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। तहसील परिसर में आयोजित सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैण राजधानी निर्माण आंदोलन के संचालन के लिए चार सदस्यीय कमेटी के गठन की घोषणा को। कमेटी में एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी को संयोजक, नगराध्यक्ष सुरेंद्र सिंह को अध्यक्ष, सरोज शाह व नारायण सिंह को स्थाई राजधानी संघर्ष समिति के सदस्य बनाया गया है। बताया कि सितंबर माह से आंदोलन का अगला चरण आरंभ किया जाएगा।

इस दौरान बीरेंद्र सिंह रावत, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, कुंवर सिंह बिष्ट, विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक ललित फरस्वाण, पूर्व विधायक मनोज रावत, मोहन भंडारी, हरीश ऐठानी, भरत फरस्वाण, राजेंद्र सगोई, कमल सिंह रावत, प्रशांत भैंसोड़ा, मुकेश नेगी, राजपाल बिष्ट, वीरेंद्र मिंगवाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।