भाजपा ने पूर्व सीएम बीर बहादुर स‍िंह की बहू पर लगाया दांव

Newsdesk Uttranews
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गोरखपुर। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की पुत्रवधू और कैम्पियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह को पार्टी की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी घोषित किया है। गोरखपुर भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह ने प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशी के नाम की अधिकृत घोषणा की।

पूर्व में भी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं साधना स‍िंंह

पूर्व मुख्यमंत्री वीरबहादुर सिंह की पुत्रवधू और कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह वर्ष 2010 में भी जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। इस बार उनके जिला पंचायत सदस्य चुने के बाद से ही जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी को लेकर उनका नाम पार्टी में सबसे आगे चल रहा था। पार्टी सूत्रों के मुताबिक साधना सिंह की तरफ से पार्टी को इस बात का भरोसा पहले दिया गया था कि अध्यक्ष के लिए आवश्यक बहुमत उनके पास मौजूद है।

साधना सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर क्षेत्रीय अध्यक्ष डा धर्मेंद्र सिंह, राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ला, जयप्रकाश निषाद, सांसद रवि किशन शुक्ला, सांसद कमलेश पासवान, सभी विधायक गण, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, प्रदीप शुक्ल, डा सत्येंद्र सिन्हा, विश्वजीत अंशु सिंह आशु, पुष्पदंत जैन, अस्मिता चंद, केएम मझवार, आदि ने बधाई दी है।

सदस्य की प्रत्याशिता के साथ ही तय हो गई थी अध्यक्ष की दावेदारी

साधना सिंह ने जब वार्ड नंबर 19 से जिला पंचायत सदस्य का पर्चा भरा था, उनकी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी तभी पुख्ता हो गई थी। पार्टी ने भले ही नाम की घोषणा नामांकन से दो-तीन दिन पहले की हो लेकिन सियासी गलियारे में यह चर्चा जोरों पर थी कि साधना सिंह ही भाजपा की तरफ से अध्यक्ष पद की दावेदार होंगी। अगर साधना सिंह अध्यक्ष निर्वाचित होती हैं तो यह पहला मौका होगा जब गोरखपुर में कोई महिला दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष का पद संभालेेगी।

जिला पंचायत सदस्यों का रिजल्ट आने के बाद आशातीत परिणाम न मिलने से भाजपा में हलचल मच गई थी। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए बहुमत साबित करने के लिए 34 सदस्यों की जरूरत थी, लेकिन भाजपाई, कुछ निर्दल और बागियों को मिलाकर भी भाजपा सदस्यों की संख्या 22 से 25 तक ही पहुंच रही थी। ऐसे में सियासत के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले विधायक फतेह बहादुर सिंह पर पार्टी ने दांव लगाया तो उन्होंने बहुत कम समय में यह साबित कर दिया कि वह मैदान में उतरे तो बहुमत का आंकड़ा वह आसानी से पा सकते हैं। विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह 2010 से 2015 के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी संभाल चुकी हैं।

..तो इस बार भी कायम रहेगा रिकार्ड

गोरखपुर में जिला पंचायत के गठन के बाद यहां अध्यक्ष की कुर्सी पर महिलाओं का ही कब्जा रहा है। जिला पंचायत की पहली अध्यक्ष शोभा साहनी, इसके बाद सुभावती पासवान, फिर चिंता यादव, इसके बाद साधना सिंह, और पिछली बार गीतांजलि यादव जिला पंचायत की अध्यक्ष रहीं। साधना सिंह यदि इस बार चुनाव जीतती हैं तो अध्यक्ष पद पर महिलाओं के कायम रहने का रिकार्ड बना रहेगा।