कर्नाटक में पीयूसी की कक्षाएं शुरू, वर्दी अनिवार्य

Newsdesk Uttranews
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बेंगलुरु, 9 जून (आईएएनएस)। कर्नाटक में फिर से सामने आ रहे हिजाब संकट के बीच, प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज (पीयूसी) गुरुवार को खुल गए, जहां छात्रों को वर्दी में आना अनिवार्य है।

कक्षाओं में हिजाब पहनने के विवाद के चलते राज्य के शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से ही वर्दी अनिवार्य कर दी थी।

छात्र वर्दी में कक्षाओं में शामिल हुए और राज्य से अवहेलना की कोई घटना नहीं हुई।

लोक शिक्षण विभाग की ओर से जारी एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक गुरुवार से कॉलेज शुरू हो गए। 2022-23 की शैक्षणिक अवधि 9 जून से 30 सितंबर तक होगी।

दूसरा कार्यकाल 31 मार्च, 2023 के लिए निर्धारित है और गर्मी की छुट्टियां 1 अप्रैल से शुरू होंगी।

लोक शिक्षण विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में महाविद्यालय विकास समिति द्वारा निर्धारित वर्दी पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि समिति ने सिफारिश नहीं की है, तो छात्रों को ऐसे कपड़े पहनने के लिए कहा जाता है जो समानता और एकता को बनाए रखें। गाइडलाइन यह स्पष्ट करती है कि सार्वजनिक व्यवस्था और व्यवस्था को बिगाड़ने वाले किसी भी कपड़े को पहनने का कोई प्रावधान नहीं है।

सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों से साफ हो गया है कि कक्षाओं में छात्रों के हिजाब पहनने का कोई प्रावधान नहीं है। सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनने के खिलाफ हाईकोर्ट की विशेष पीठ के फैसले के बाद भ्रम की कोई जगह नहीं देते हुए दिशानिर्देश जारी किए थे।

हिजाब संकट कर्नाटक खासकर दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों के डिग्री कॉलेजों में सामने आया। कॉलेज प्रबंधन ने कक्षाओं में हिजाब पहनने पर जोर देने के आरोप में 20 से अधिक छात्राओं को निलंबित कर दिया।

हिजाब संकट उडुपी प्री-यूनिवर्सिटी गर्ल्स कॉलेज के छह छात्रों के विरोध के साथ शुरू हुआ और एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बन गया। हिजाब संकट ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी पैदा कर दी। इस संबंध में याचिकाकर्ताओं ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

–आईएएनएस

एसकेके/एएनएम

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