राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा है कि जिले में कम से कम पांच मतदान केन्द्रों को आदर्श मतदान केन्द्र के रूप में तैयार किया जाए। इन मतदान केन्द्रों में मतदान दिवस पर जरूरी व्यवस्थाएँ कर आदर्श मतदान केन्द्र बनाया जा सकता है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि मतदान केन्द्र भवन के भू-तल पर बनायें। प्रवेश द्वार को तोरण द्वार, रंगोली, गुब्बारों एवं फूलों आदि से सजायें। मतदाताओं के लिए छायादार प्रतीक्षा कक्ष, बैठने के लिए कुर्सियाँ व स्वच्छ दरी आदि की व्यवस्था करें। पेयजल, शौचालय की व्यवस्था और सुगम पहुँच मार्ग बनायें। महिला एवं पुरूषों के लिए पृथक-पृथक लाइन बनाने के साथ ही वरिष्ठ, वृद्ध, बीमार एवं दिव्यांग मतदाताओं को मतदान में प्रथामिकता दिलाये।
राज्य निर्वाचन के निदेशरें में कहा गया है कि मतदान केंद्र में प्रवेश एवं निर्गम द्वार पृथक-पृथक बनायें। रैम्प और व्हील चेयर की व्यवस्था करें। मतदान केन्द्र के पास सुविधा केन्द्र की स्थापना और आदर्श मतदान केन्द्र के प्रत्येक मतदाता को 100 प्रतिशत मतदाता पर्ची का वितरण करें।
ज्ञात हो कि राज्य में पंचायत चुनाव तीन चरण में हो रहे है। पहले चरण का मतदान 25 जून, दूसरे चरण का एक जुलाई और तीसरे चरण का मतदान आठ जुलाई को होगा। मतदान मतपत्रों के जरिए होगा।
–आईएएनएस
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