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चेन्नई, 2 जून (आईएएनएस)। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के मराईमलाईनगर इलाके में वाहन कंपनी फोर्ड इंडिया के कारखाने के कर्मचारी बेहतर सेवा समाप्ति पैकेज की मांग के साथ गुरुवार को लगातार चौथे दिन धरने पर बैठे रहे।
फोर्ड इंडिया का चेन्नई का कारखाना जल्द ही बंद होने वाला है। प्रदर्शनरत कर्मचारियों ने बुधवार को उम्मीद जताई थी कि प्रबंधन उन्हें बेहतर सेवा समाप्ति पैकेज ऑफर करेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कर्मचारी संगठन के एक अधिकारी ने आईएएनएस को गुरुवार को बताया कि कारखाने में अपनी शिफ्ट में काम करने के लिए करीब 750 कर्मचारी आये हैं जबकि कारखाने के दरवाजे के बाहर करीब 1,200 कर्मचारी हैं।
ये कर्मचारी सोमवार से ही धरने पर बैठे हैं। कर्मचारी संगठन के अधिकारी ने कहा कि श्रम विभाग के अधिकारी गुरुवार को कारखाने पहुंचे हैं और वे प्रबंधन तथा यूनियन से बात कर रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को भी राज्य के श्रम विभाग के एक अधिकारी कारखाने आये थे और उन्होंने कर्मचारियों से बातचीत की थी।
यूनियन अधिकारी ने कहा कि इस संयंत्र में अगले दस दिनों तक ही उत्पादन होना है। इस संयंत्र में निर्यात के लिए ईकोस्पोर्ट कारें निर्मित की जाती हैं।
उन्होंने कहा कि अन्य वाहन कंपनियां नहीं चाहती हैं कि फोर्ड इंडिया कर्मचारियों को बेहतर सेवा समाप्ति पैकेज दे क्योंकि इससे उन्हें भी भविष्य में ऐसा करने के लिए बाध्य होना होगा। उन्होंने कहा कि फोर्ड के लिए यह पैकेज मामूली रकम है।
उन्होंने बताया कि कारखाने के अंदर के कर्मचारियों को कैंटीन से खाना दिया जा रहा है जबकि बाहर बैठे कर्मचारियों के लिए यूनियन खाने का प्रबंध कर रही है।
देश में फोर्ड इंडिया के चार संयंत्र हैं। सितंबर 2021 में वाहन कंपनी ने वित्त वर्ष 21 की अंतिम तिमाही तक गुजरात के साणंद स्थित अपने कारखाने और वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई संयत्र को बंद करने की घोषणा की थी।
साणंद कारखाने को टाटा मोटर्स ने अधिगृहित करने की घोषणा की है और वहां के कर्मचारी भी अब टाटा के लिए काम करेंगे।
चेन्नई संयंत्र में करीब 2,700 स्थाई कर्मचारी हैं और 600 संविदाकर्मी हैं।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एवं अन्नाद्रमुक नेता ओ पन्नीरसेल्वम ने राज्य में फोर्ड इंडिया के कारखाना बंद करने की योजना पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
–आईएएनएस
एकेएस/एएनएम
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