वसुंधरा समिति ने स्कूली छात्रों के बीच जल प्रबंधन(water management) और संरक्षण की चेतना जगाई

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Vasundhara Samiti raised awareness of water management and conservation among school students

अल्मोड़ा: पर्यावरण व जल संरक्षण की दिशा में काम करते हुए वसुंधरा पर्यावरण संरक्षण एवम जन कल्याण समिति अल्मोड़ा द्वारा स्कूली छात्रों के बीच वृहद शिविर लगातार जल संरक्षण व प्रबंधन(water management) की जानकारी दी।

समिति द्वारा बीते दिवस अल्मोड़ा से सटे अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, ढोकाने, नैनीताल में पहाड़ों के ग्रामीण परिदृश्य के लिए जोखिम मुक्त ग्रे वॉटर प्रबंधन पर एक कार्यशाला एवं शिविर का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रीय विज्ञान एवं संचार परिषद प्रौद्योगिकी द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में 60 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। इसमें अल्मोड़ा और नैनीताल जिले के विभिन्न विकासखण्डों के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से बच्चे शामिल हुए। इस कार्यशाला/शिविर में चयनित छात्र छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण के लिए गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल अल्मोड़ा मे भ्रमण करवाया गया।

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जिसमे सभी छात्र छात्राओं को संस्थान की कार्यशैली के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी, संस्थान में कार्यरत पूजा नेगी द्वारा संस्थान के सूर्य कुंज में पाई जाने वाली ऑर्केडिक्स की प्रजातियों के विषय में जानकारी दी। पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ रविन्द्र जोशी द्वारा जापानी तकनीक शिनरिन योकु (फॉरेस्ट बाथ) व्यायाम कराया गया जिसमे सभी को प्रकृति एवं उसके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का एहसास कराने का प्रयास कराया गया। बच्चों को बताया गया कि अरण्य आभा और जीवन को समझने के लिए मानव इंद्रियों का उपयोग कर मानव को प्रकृति से जोड़ने की एक जापानी प्रक्रिया को फारेस्ट बाथ नाम दिया गया है।


कार्यशाला मे प्रमुख रूप से ग्रे वॉटर (गंदला पानी) के प्रबंधन(water management) मे जोखिम रहित प्रयोग के तरीके बताये।


यहां संदर्भदाता इंजीनियर हिमांशु जोशी ने कहा की घरेलू उपयोग मे लाये पानी का उपचार कर बिना स्पर्श कर इसे अन्य प्रयोग मे लाया जा सकता है। जैसे किचन गार्डन एवम शौचालय आदि मे प्रयोग की चर्चा की। इसी क्रम मे मे संदर्भदाता डा. रविंद्र जोशी ने कहा जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान द्वारा भारत सरकार द्वारा चलायी जा रहे कार्यक्रम मिशन लाइफ व प्राकृतिक शिविर के बारे मे विस्तार से चर्चा की। जिसने पहाड़ों के जलसंसाधन के प्रबंधन(water management) एवम वनो की उपयोगिता प्रमुख थी।
चयनित छात्र छात्राओं ने द्वारा कार्यक्रम के अंतिम दिवस मे गंदला जल उपचारित करने की विधियों पर चर्चा के दौरान छात्रों ने ग्रामीण जल संसाधनों का मानचित्रण कर ग्राम स्तरीय जल संसाधन प्रबंधन(water management) पर अपने सुझाव रखे। इसके साथ ही पर्यावरण संस्थान के ईआईएसीपी केंद्र के विजय सिंह बिष्ट द्वारा मिशन लाइफ के अंतर्गत चल रहे अभियान के तहत पर्यावरण सुरक्षा की प्रतिज्ञा कराई गई।


कार्यक्रम का संचालन अजय मेहता ने किया। राजकीय इंटर कॉलेज ढोकाने के प्रधानाध्यापक बी के सिंह द्वारा कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने मे डा. महेंद्र सिंह, डॉ महेशानंद कुनियाल, विक्रम नेगी, विनोद कनवाल, सुनीता रावत, कुलदीप जोशी, पूजा नेगी आदि ने सहयोग दिया।