प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में गैस पहुंचाने का मिशन बनाने वाले थे सांसद-मंत्री ब्रह्मदत्त

उत्तरा न्यूज टीम
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उत्तराखंड के पिथौरागढ़ क्षेत्र की संघ लोकसभा सीट से चुने गए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ब्रह्मदत्त ने 1984 के चुनाव जीतने के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में गैस के आपूर्ति और वितरण प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1986 में ब्रह्मदत्त को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री बनाया।

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उन्होंने अपनी भूमिका में क्षेत्र में गैस सिलेंडर की उपलब्धता और वितरण में सुधार पर काम किया। उन्होंने छोटे पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए गैस कनेक्शन की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए मेहनत की और इसे अपना मिशन बना लिया।

यह सुनिश्चित किया गया कि दो सिलेंडर वाले एलपीजी कनेक्शन (डीबीसी) का उपयोग पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ाया जाए। इस योजना ने पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के जीवन पर परिवर्तनकारी प्रभाव डाला, जहां पहले खाना पकाने के लिए लकड़ियों के चूल्हे का उपयोग होता था। अब उन्हें सुरक्षित और औचित्य से खाना पकाने के लिए गैस सिलेंडर की उपलब्धता मिलने लगी।

ब्रह्मदत्त द्वारा शुरू की गई इस योजना ने पर्यटन, होटल उद्योग और पर्यटकों के आगमन में वृद्धि के साथ-साथ स्थानीय आबादी के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस बात की घोषणा की गई कि एलपीजी गैस कनेक्शन की उपलब्धता को बढ़ाया जाएगा और इसे पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए उपयोगी बनाया जाएगा।

यह मुद्दा कांग्रेस नेताओं के राजनीतिक कार्य का महत्वपूर्ण हिस्सा था और उन्होंने अपना वादा पूरा करके लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन किया। इस प्रकार, उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में गैस पहुंचाने का विशेष योगदान देने वाले ब्रह्मदत्त को 1989 में कांग्रेस द्वारा फिर से चुना गया।