क्या सच में राहुल गांधी ने केसरिया पगड़ी बांधने से किया था इंकार? जाने इसकी सच्चाई

Smriti Nigam
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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर यह दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने पहले केसरिया पगड़ी बांधने से मना कर दिया था लेकिन जब उन्हें समझाया गया कि इसके जरिए सोशल मीडिया पर लोकप्रियता मिलेगी तो वह राजी हो गए जबकि हकीकत कुछ और है राहुल गांधी ने केसरिया पगड़ी बांधने से नहीं बल्कि एक महिला के साथ फोटो खिंचवाने से मना किया था।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इस वक्त पंजाब में है। 7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा 30 जनवरी 2023 को कश्मीर के श्रीनगर में खत्म होगी। यात्रा के समापन समारोह के लिए 21 पार्टियों को निमंत्रण भी भेजा गया था।

इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी की टीशर्ट से लेकर केसरिया पगड़ी तक सब सोशल मीडिया पर छाया रहा। इसी बीच फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसे शेयर करते हुए लोगों का कहना है कि राहुल गांधी ने केसरिया पगड़ी बांधने से मना कर दिया लेकिन जब लोगों ने उनसे कहा कि इसकी वजह से आपको सोशल मीडिया पर लोकप्रियता मिलेगी तो वह राजी हो गये।

इस वीडियो में राहुल एक कमरे में कुछ लोगों के साथ बातचीत करते हुए नजर आ रहे हैं वो पूछते हैं, “बेस्ट है?” इस पर पास खड़ा शख्स जवाब में कहता है, “बेस्ट है”. इसके बाद राहुल अपना सिर हिलाकर कहते हैं, “अभी नहीं मैडम”. फिर राहुल के पास खड़े व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से उनका परिचय कराते हुए कहते हैं कि इनके अपने पेज पर 13 लाख फॉलोअर्स हैं।

इसके बाद राहुल पूछते हैं की पगड़ी का रंग कैसा होना चाहिए? इसके जवाब में बाकी सब कहते हैं कि केसरी रंग सबसे अच्छा होता है फिर राहुल को पगड़ी के रंगों में फर्क के बारे में भी पूछते हुए सुना जा सकता है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि राहुल गांधी ने पहले केसरिया पगड़ी बांधने से इनकार कर दिया लेकिन जैसे ही उन्हें 13 लाख फॉलोवर्स के बारे में पता चला तो वह तुरंत राजी हो गए।

“सिख बनकर ड्रामा करने के पहले जब इन्हें केसरी कलर की पगड़ी पहनाई जा रही थी, तब इसने पगड़ी पहनने से मना कर दिया और कहा कि केसरी कलर क्यों फिर इसे कोरियोग्राफर ने समझाया सर जी मेरे 1300000 फॉलोअर हैं। हम आपको फेमस कर देंगे उसके बाद यह केसरी कलर की पगड़ी पहनी.”– कुछ इस तरह के कैप्शन के साथ इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है।

तेजिंदर पाल सिंह बग्गा मनजिंदर सिंह सिरसा जैसे बीजेपी नेताओं ने भी इसी तरह के दावों के साथ इस वीडियो को शेयर किया।

भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी इसी दावे के साथ इस वीडियो पर ट्वीट किया। लेकिन इसके बाद पाया गया कि राहुल गांधी ने केसरिया पगड़ी से नहीं बल्कि एक महिला के साथ फोटो खिंचवाने से मना किया था

कैसे पता लगाई सच्चाई? 

इस वायरल हो रहे वीडियो में स्टेट न्यूज़ पंजाब का लोगो दिख रहा है। इस वीडियो को एक पंजाबी कैप्शन के साथ शेयर किया गया था जिसका अनुवाद है–“अमृतसर पहुंचे राहुल गांधी ने किसके कहने पर बांधी केसरी पगड़ी?”
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि 4 सेकंड के करीब एक आप महिला की आवाज आती है जो कहती है कि एक पिक ले लूं? जिसके जवाब में राहुल कहते हैं,” अभी नहीं मैडम” अभी नहीं!” इसके बाद वह दोबारा बातचीत में व्यस्त हो जाते हैं।

असली वीडियो देखकर यह बात पूरी तरह साफ हो जाती कि राहुल गांधी ने केसरिया पगड़ी बांधने के लिए मना नहीं किया था, बल्कि उस वक्त एक महिला के फोटो लेने पर आपत्ति जताई थी।

11 जनवरी, 2023 को “स्टेट न्यूज पंजाब” के फेसबुक पेज से एक इंटरव्यू पोस्ट किया गया था जिसमें उस शख्स से बात की गई थी जिसने राहुल गांधी को पगड़ी पहनाई थी। इस वीडियो से पता लगता है कि राहुल को पगड़ी बांधने वाले शख्स का नाम मनजीत सिंह फिरोजपुरिया है वो सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं।

मनजीत सिंह फिरोजपुरिया के बारे में बताया जाता है कि यह एक प्रोफेशनल कोच है जिनके नाम 22 सेकंड में पगड़ी बांधने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है। राहुल को पगड़ी बांधने का वीडियो मनजीत ने वेरीफाइड यूट्यूब चैनल पर भी डाला है जिसे 10 जनवरी को अपलोड किया गया था इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि मनजीत पहले राहुल गांधी को रिसीव करने एयरपोर्ट जाते और फिर उनके सर पर पगड़ी भी बांधते हैं।

मनजीत सिंह फिरोजपुरिया ने भी बताया कि राहुल गांधी खुद अपनी मर्जी से केसरी रंग की पगड़ी बांधना चाहते थे। पगड़ी बांधने के बाद में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर भी गए थे। कुल मिलाकर यह बात साफ हो जाती है कि राहुल गांधी ने केसरिया पगड़ी बांधने को लेकर कभी आपत्ति नहीं जताई। उन्होंने महिलाओं को फोटो खींचने से मना किया था।

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