Amethi Lok Sabha Elections 2024: यूपी की वीआईपी सीट मानी जाने वाली अमेठी सीट पर अब एक अलग से ही सियासत चल रही है। कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश से समन्वयक विकास अग्रहरि ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा के जिला अध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र के साथ भाजपा का हाथ थामा लेकिन दोपहर के बाद फिर उनका मन बदल गया और शाम तक वह फिर से कांग्रेस में वापस चले गए। अब इसके बाद पूरे घटनाक्रम से अमेठी में हड़कंप मच गया है। कांग्रेस नेता विकास अग्रहरि का कहना है कि वह अपने निजी काम से संसद के आवास पर गए थे वहां जबरन भाजपा नेताओं और एक स्मृति ईरानी ने उन्हें भगवा गमछा पहन दिया और भाजपा में शामिल करवा दिया।
कांग्रेस नेता विकास का कहना है कि पहले भी वह कांग्रेस में थे और आगे भी वह कांग्रेस का ही हाथ थामे रहेंगे।
अमेठी के भाजपा जिला अध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र का कहना है कि विकास अग्रहरि भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्हें कोई बुलाने नहीं गया था अब वह किसी दबाव में अनाप-शनाप बातें कर रहे हैं। इस समय वैसे भी राज्य में आचार संहिता लगी हुई है। विकास योजनाओं से जुड़े काम बंद है तो कांग्रेस के नेता कौन सा काम लेकर आए थे वह झूठ बोल रहे हैं। वह भाजपा ही ज्वाइन करने आए थे। उन पर कांग्रेस की ओर से दबाव बनाया गया होगा जिसके बाद वह पलट गए।
कांग्रेस ने स्मृति ईरानी को दी चुनौती
इसी बीच कांग्रेस ने अमेठी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद स्मृति ईरानी पर भी कटाक्ष किया। कांग्रेस ने स्मृति ईरानी से अपने निर्वाचन क्षेत्र में कराए गए कोई पांच काम गिनाने के लिए कहा। कांग्रेस का एक छोटा कार्यकर्ता भी स्मृति ईरानी को इस बार लोकसभा में हरा सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा, ”ऐसा लगता है कि स्मृति जी घबराई हुई हैं. अगर उन्होंने वहां काम किया होता, तो उन्हें डर नहीं लगता। कांग्रेस ने अमेठी में विकास की गाथा लिखी है ”
अभय दुबे ने ईरानी को चुनौती देते हुए कहा कि पिछले 5 साल के दौरान सांसद के रूप में अमेठी में कराए गए पांच विकास कार्यों को स्मृति ईरानी गिनाये। कांग्रेस ने अमेठी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल), आयुध कारखाना, रेल नीर कारखाने और अस्पतालों का निर्माण कराया। ” उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद स्मृति ईरानी जिस प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र के बारे में बात कर रही हैं, वह केवल दो कमरों का है और उसमें बिजली का कनेक्शन भी नहीं है।
अभय दुबे ने ईरानी पर निशाना साधते हुए कहा, ”अमेठी के लोग आपको अपनी स्मृति में रखना भी नहीं चाहते हैं। यहां से चुनाव लड़ने वाला कोई छोटा कार्यकर्ता भी आपको हरा देगा।”