shishu-mandir

आखिर झूठा निकला बागेश्वर के पचार में नाबालिग के अपहरण का प्रयास का मामला: इसलिए रची थी झूठी कहानी

Newsdesk Uttranews
2 Min Read

बागेश्वर सहयोगी
बागेश्वर जिले के नाकुरी घाटी के अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पचार की एक नाबालिग लड़की के अपहरण के प्रयास का मामला झूठा निकला। नाबालिग ने देर से घर आने पर अपनी माँ की डांट से बचने के लिये अपहरणक की झूठी कहानी बनायी थी। नाबालिग की माँ ने स्वयं रीमा पुलिस चौकी के प्रभारी जीवन सिंह चुफाल को लिखित पत्र देकर उसके द्वारा पूर्व में दर्ज रिपोर्ट को वापस लेने की मांग की है। मालूम हो कि पचार निवासी माया पाण्डेय पत्नी स्वर्गीय भुवन चंद्र पाण्डे ने विगत 16 जुलाई को रीमा पुलिस चौकी में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी। जिसमें उसका कहना था कि 15 जुलाई को शाम लगभग 7 बजे उसकी नाबालिग बेटी सामान लेने दुकान में गयी थी कि वहां पहले से ही मौजूद दो अज्ञात लोगों ने उसकी लड़की के अपहरण का प्रयास किया। उनके पास लाल रंग की एक कार भी थी। उसकी लड़की ने एक युवक के हाथ में दाँत काटकर जैसे-तैसे अपनी जान बचायी। उक्त घटना से समूचे इलाके में गुस्से का माहौल बन गया और सोशल मीडिया, समाचारपत्रों और चैनलों में ये खबर प्रमुखता के साथ छायी रही । पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुवे अज्ञात लोगों की धरपकड़ और लाल रंग की कार बरामद करने के लिये अलग-अलग टीमें बनायी। दर्जनों सीसीटीवी खंगाले गए और घटना के समय स्थल पर एक्टिव मोबाइल नम्बरों का पता लगाया गया। लेकिन घटना को लेकर कोई भी ठोस सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगा। जिसके बाद पुलिस की नाकामी पर भी आवाजें उठने लगी। लेकिन आज नाबालिग लड़की की माँ ने स्वयं ही रीमा चौकी जाकर मामले को झूठा बता दिया और चौकी प्रभारी को पत्र देकर रिपोर्ट वापस लेने की बात कही। वादनी का कहना था कि देर से घर आने पर डांट से खुद को बचाने के लिए नाबालिग ने ये सारी कहानी गढ़ी थी। हालांकि पुलिस इस संवेदनशीन मामले की जांच कर रही है।

new-modern
gyan-vigyan