अल्मोड़ा पंचायत चुनाव से जुड़ी बड़ी खबर : अपनी रणनीति का आज खुलासा करेंगे सुरेन्द्र सिंह महरा

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिला पंचायत चुनाव से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। कांग्रेस से बागी हुए सुरेन्द्र सिंह महरा, यूकेडी और निर्दलीय पंचायत सदस्यों ने पीडीएफ नाम से एक मोर्चे का गठन कर लिया है। मंगलवार शाम 3 बजे यह मोर्चा अपनी रणनीति की घोषणा करेगा।

इस बार पंचायत चुनावों में बहुमत का गणित इस कदर उलझ गया है कि कोई भी पक्ष अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नही है। कांग्रेस से अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह महरा ने भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदारी की थी लेकिन कांग्रेस ने पूर्व विधायक मदन बिष्ट की पत्नी उमा बिष्ट पर भरोसा दिखाते हुए उन्हे टिकट ​दे दिया। इससे खफा सुरेन्द्र सिंह महरा ने बगावत का रास्ता पकड़ते हुए अध्यक्ष पद के लिये नामांकन कर दिया। सुरेन्द्र सिंह महरा के पिता मोहन सिंह महरा और माता पार्वती मेहरा एक एक बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके है। और उनके इस कदम से कांग्रेस से जुड़े लोग हतप्रभ है। हालांकि कांग्रेस की ओर से उन्हे मनाने की कई कोशिशें हो चुकी है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार एक मोहन सिंह महरा ने एक फार्मूला सुझाते हुए अध्यक्ष पद से पीतांबर पाण्डे को हटाने की मांग कर दी।

बता दे कि कांग्रेस संगठन में लंबे समय से खीचतान चल रही है। पूर्व में मोहन सिंह महरा को कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनाया गया था जिसके बाद कांग्रेस के कददावर नेता और जागेश्वर के विधायक गोविन्द सिंह कुंजवाल के हस्तक्षेप के बाद पीतांबर पाण्डे को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया गया था।


कांग्रेस में चल रही इस खीचतान का फायदा उठाने में भाजपा फिलहाल विफल दिख रही है यही कारण है कि संख्याबल में कांग्रेस आगे दिखती नजर आ रही है। अब मोहन सिंह महरा, उत्तराखण्ड क्रांति दल से जुड़े चार सदस्य और निदलीय के हाथ में सत्ता की चाबी दिख रही है दोनो ही दल किसी तरह से इनका समर्थन जुटाने में लगे हुए है। इधर मौका देखकर कांग्रेस से बागी हुए उत्तराखण्ड क्रांति दल के चार सदस्य, सुरेन्द्र सिंह महरा, कुछ निर्दलीय सदस्यों ने पीडीएफ का गठन कर लिया है और मंगलवार शाम 3 बजे प्रेस में उनके द्वारा अगली रणनीति की घोषणा किये जाने की उम्मीद है।