अल्मोड़ा | नवसृजित उप तहसील बग्वालीपोखर में मंगलवार से काम करना आरम्भ हो गया है। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया एवं द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी ने इस अवसर पर पंचायत भवन रावलसेरा में फीता काटकर उप तहसील कार्य का शुभारम्भ किया। जनपद के उप तहसील का गठन वर्ष 2016 में किया गया था लेकिन अभी तक इसमें कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका था। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने इस अवसर पर आश्वस्त किया कि यहाॅ पर आज से सामान्य कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 2 कर्मचारियों की तैनाती उप तहसील में की गयी है। जिलाधिकारी ने कहा कि अन्य कर्मचारियों की तैनाती के प्रयास जारी रहेंगे। इस उप तहसील के अन्तर्गत 56 राजस्व ग्राम आयेंगे। उप तहसील के अस्तित्व के आ जाने से लोगो को रानीखेत व द्वाराहाट नहीं जाना पड़ेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि ई-डिस्ट्रीक के माध्यम से 15 दिन के भीतर सर्वर स्थापित किया जायेगा ताकि खतौनी निकल सके और लोगो को उसकी सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन तहसीलदार भी उप तहसील में बैठकर कार्य करेंगे जमीन की तलाश पूरी होते ही स्थायी भवन का निर्माण किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यटन की सम्भावनाओं को देखते हुए यहाॅ भी होम स्टे योजना को लागू किया जा सकता है। यह तभी सम्भव होगा जब इसमें युवा आगे आयेंगे। इस अवसर पर जिलाधिकारी, स्थानीय विधायक व अन्य लोगो ने प्रस्तावित भूमि का भी निरीक्षण किया। स्थानीय विधायक महेश नेगी ने कहा कि ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए छोटी-छोटी इकाईया बनायी जा रही है ताकि लोगो को अपने कार्यों के लिए अधिक दूर न जाना पड़े। इस क्षेत्र के विकास के लिए शासन कटिबद्व है। विधायक ने कहा कि गगास नदी लगातार सूख रही है इसे बचाने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे ताकि यह नदी पुर्नजीवित हो सके। यह तभी सम्भव होगा जब इसमें आम लोगो की सहभागिता अधिकाधिक होगी। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि एक या दो दिन रजिस्ट्रार को उप तहसील में भेजने की व्यवस्था की जाय। इस अवसर पर तहसीलदार नितेश डांगर, ब्लाॅक प्रमुख द्वाराहाट ममता भटट, खण्ड विकास अधिकारी आलोक गार्गी, अध्यक्ष नगर पंचायत द्वाराहाट मुकुल शाह, प्रताप बिष्ट, घनश्याम भटट, प्रधान रावलसेरा सुरेन्द्र प्रसाद बिष्ट, एडवोकेट पूरन कैड़ा, के0सी0डी0एफ0 अध्यक्ष भूपेन्द्र काण्डपाल, भूपाल भण्डारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर सूचना विभाग द्वारा निःशुल्क साहित्य का वितरण भी किया गया।