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स्याल्दे में कविताओं के माध्यम से उठाए ज्वलंत मुद्दे

उत्तरा न्यूज डेस्क
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स्याल्दे में कविताओं के माध्यम से उठाए ज्वलंत मुद्दे
बेटी और आदमी मनुष्यता की ओर पुस्तकों का विमोचन

स्याल्दे-: बेटी शैक्षिक उन्नयन समिति, पहल और राष्ट्रीय आन्दोलन फ्रंट (एनएमएफ ) के संयुक्त प्रयास से “बाल कवि सम्मेलन” का आयोजन ब्लाँक मुख्यालय में किया गया| जिसमें स्याल्दे ब्लाक के तमाम स्कूलों से बालिकाओं ने कवि सम्मेलन में भाग लिया |
बेटी शैक्षिक उन्नयन समिति की सचिव प्रतिभा चौहान और अध्यक्ष प्रेम गिरी गोस्वामी के अथक प्रयासों से यह समिति बच्चों को लगातार एक मंच देती आ रही है जिसमें अभिनव प्रयोग कर बच्चों में तार्किक वैज्ञानिक चेतना और समाज के प्रति नैतिक दायित्व का बोध होता है|
इस बार बेटी शैक्षिक उन्नयन समिति, पहल और राष्ट्रीय आन्दोलन फ्रंट (एनएमएफ ) ने मिल कर जन चेतना के तहत बच्चों में, विशेषकर बालिकाओं को कविता पाठ करने के लिए बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें कई प्रकार की नवाचारी , मौलिक, बालिकाओ की स्वरचित कविताओं का स्वस्वर वाचन बच्चों के द्वारा किया गया|

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इस अवसर पर बाल कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता, गणमान्य व्यक्ति एवं बुद्धिजीवियों ने कार्यक्रम में भाग लिया| कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेम गिरी गोस्वामी ने की|
मुख्य अतिथि के रूप में ब्लाक स्याल्दे के उप शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार वर्मा , विशिष्ट अतिथि कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा, गंगा पंचोली, तथा बाल परियोजना अधिकारी ब्लाक स्याल्दे, पीताम्बर प्रसाद , क्षेत्र पंचायत सदस्या मंजू देवी, सीताराम जोशी , पश्चिम बंगाल से आए सूरज भट्टाचार्य , राकेश विष्ट अधिवक्ता, विजय मासीवाल, शिव दत्त बेलवाल जी, दिनेश चंद आर्या , रमेश ढौंडियाल , हेमंत , किशोर कुमार , सुशील कुमार, शंकर बिष्ट, शंकर मंचवाडी , रमेश चंद्र तिवारी , कुसुम सेमवाल, दीपिका नेगी , स्वेता टम्टा, तनुजा राहुल , कु0 कमला आदि लोग इस कार्यक्रम में मौजूद रहे| कार्यक्रम का संचालन प्रतिभा चौहान व डा नवीन जोशी ने संयुक्त रूप से किया, कवि सम्मेलन का संचालन छात्रा कु0 नीलम मनराल ने किया |
कार्यक्रम की शुरुआत में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया|
मौलिक स्वरचित कविता पाठ का आयोजन, बच्चों के लिए कवि सम्मेलन का रूप में किया गया जिसे छात्रा कु0 नीलम मनराल ने बखूबी संचालित किया कवि सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाली बाल कवियों में कु0 कमला देवतला, कु0गीता ,कु0 मानसी रावत, कु0 दीक्षा खोलिया, कु0 चन्द्रकला खाती, कु0 दीपा थापा, कु0 कोमल, कु0 खुशी, कु कविता नेगी, कु 0उपासना, कु0 अपिर्ता गोस्वामी अनेक अनाम नन्हा मुन्ने बाल कवि भी उपस्थित रहे जिन्होंने स्वरचित तो नहीं लेकिन बहुत सुंदर ढंग से कविता पाठ किया| दूसरे सत्र में कथा सम्राट प्रेमचंद के साहित्य पर चर्चा का गई जिसमें प्रतिभा चौहान जी ने विस्तरित प्रकाश डाला वहीं आज के दिन जन कवि तथा पहाड के महान कवि विरेन डंगवाल जी के जन्मदिवस पर डा नवीन जोशी ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी कविताओं का पाठ किया, इस प्रकार जनवाद की आवाज दो महान साहित्याकारों को इस मंच से याद किया गया| इन दोनों को याद करने का कारण दोनों महान जनसाहित्यकारों का जन्मदिन इस दिन व इस ही मध्य होने के कारण इस सम्मेलन के व्यवहारिक पहलू व प्रसांगिकता पर ध्यान देने व बच्चो तक उनकी बात पहुंचाने का लक्ष्य रहा |

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तीसरे सत्र में “बेटी” पत्रिका की विमोचन किया गया बेटी पत्रिका हर साल नवाचार के साथ तमाम नवागंतुक कवियों लेखकों को इसमें जगह देती है, जिससे पहाड में महिलाओं की स्थिति पर भी हमें अध्ययन करने को मिलता है | तथा आदमी कविता संग्रह का विमोचन किया गया | आदमी… मनुष्यता की ओर एक कदम में डा नवीन जोशी जी ने विस्तार से मानवता के पक्ष में समाज में क्रान्ति व बदलाव के लिए कविताओं की जनवादी आवाज की रचना की जिस पर श्रीमती प्रतिभा चौहान जी ने प्रकाश डाला| चौथे चरण में कार्यक्रम में तमाम बच्चों को पुरस्कार वितरण किया गया जिसमें बेटी शैक्षिक उन्नयन समिति हर वर्ष की तरह अपने स्याल्दे कन्या इण्टर कालेज के बालिकाओं को सम्मानित करती आई है | इण्टर से दीपा थापा, शांति बिष्ट व हाईस्कूल से दीप्ति पंचोली, कु चंद्रकला एवं नगमा पूर्व छात्रा को सम्मानित किया, जिन्होंने विद्यालय में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए हैं | साथ ही कवि सम्मेलन में प्रतिभागी सर्वोच्च कविता पाठ पर कु मानसी, कु गीता, कु दीक्षा को भी पुरस्कार दिया गया |
इस अवसर पर आदरणीय उपशिक्षा अधिकारी ने बालिका शिक्षा पर बल देने को कहा, कामरेड पुरुषोत्तम शर्मा ने देश में हो रहे महिलाओं पर उत्पीड़न , पर सवाल खड़े कर सभी को इस अत्याचार के प्रतिरोध में खडे होने को कहा | गंगा पंचोली ने बालिकाओं को आगे बढ कर सम्मान से जीने के लिए अपने जीवन का उद्देश्य निर्धारित करने का आह्वान किया |