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गुरूवार को भी नही निकाले जा सके पर्वतारोहियों के शव

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़ पहुंची एनडीआरएफ की टीम

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खराब मौसम ने फिर रोका रेसक्यू कार्य को

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पिथौरागढ़। पर्वतारोहण के दौरान नंदा देवी पूर्वी क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आए लोगों के शवों को निकालने का काम फिलहाल अभी शुरू नहीं हो पाया है। जिला प्रशासन रेस्क्यू अभियान को लेकर आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के अधिकारियों व एक्सपर्ट के साथ नई रणनीति बना रहा है। बृहस्पतिवार को भी इस संबंध में बैठक कर विचार-विमर्श किया गया। वहीं खोजी दल बृहस्पतिवार को हवाई रेकी के लिए नहीं गया। क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से खराब मौसम भी लगातार इसमें बाधा बन रहा है। बृहस्पतिवार को अपराह्न 2 बजे बाद जिले के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। ऐसे में उच्च हिमालयी क्षेत्रों बर्फबारी के भी आसार हैं। जिसके चलते पर्वतारोहियों के शवों को निकालने का काम और चुनौतीपूर्ण होने के आसार हैं।

https://uttranews.com/2019/06/06/three-attempts-to-reach-dead-bodies-failed-dead-bodies-of-climbers-found/

शवों को निकालने के लिए बनाई जा रही सुरक्षित रणनीति


बुधवार को विशेषज्ञों की टीम के साथ वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने तीन बार नंदा देवी पूर्वी क्षेत्र के लिए उड़ान भरी थी। कुछ रोज पूर्व हवाई सर्वे में 5 पर्वतारोहियों के शव बर्फ में दिखाई दिये थे। वह इलाका कटोरीनुमा घाटी होने के कारण खोजी दल के सदस्यों को वहां उतारना और हेलीकॉप्टर को वापस मोड़ना संभव नहीं हो सका, जिसके चलते टीम को वापस लौटना पड़ा। इसके बाद तय किया गया कि अब कुछ योजनाबद्व तरीके से लंबे और सुरक्षित रास्ते से शवों को लाने का काम किया जाएगा। इसके लिए फिलहाल पिंडारी ग्लेशियर की तरफ से अभियान को संचालित करने की योजना सोची जा रही है। हालांकि इस मसले पर जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेसियों ने अंतिम निर्णय लेना है। लेकिन समय बीतते जाने और कुछ रोज से मौसम लगातार खराब रहने से पर्वतारोहियों के शव बर्फ में दब जाने की आशंका है। दूसरी ओर हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हुए 8 पर्वतारोहियों में से शेष 3 के जिंदा या मृत होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं।

https://uttranews.com/2019/05/26/so-sad-death-saheed-ka-body-ghar-nahi-pithoragadh/

बीती 24 मई के बाद इस दल के 8 सदस्यों से संपर्क टूट गया था, जिसके बाद 31 मई की शाम को उनके लापता होने की सूचना जिला प्रशासन को मिली। इसके बाद खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया गया, जिसमें पता चला कि आरोहण के लिए अलग गुट में निकले 8 सदस्य हिमस्खलन की चपेट में आ गए हैं। इन 8 पर्वतारोहियों में ब्रिटेन, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के नागरिकों के साथ एक भारतीय लाइजन अफसर भी शामिल है। हालांकि रेस्क्यू अभियान के दौरान पांच पर्वतारोहियों के शव दिखाई देने और घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद इनमें से किसी के भी जीवित होने की संभावना नहीं के बराबर है। गौरतलब है कि कुल 12 सदस्यीय पर्वतारोहियों का यह दल विगत 10 मई को नंदा देवी चोटी पर पूर्वी हिस्से से आरोहण के लिए निकला था। इनमें से ब्रिटेन निवासी दल के 4 सदस्यों को बेस कैंप 2 से रेस्क्यू कर लिया गया था।

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