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वित्त मंत्री पंत के निधन से पिथौरागढ़ में हर कोई स्तब्ध रात तक घर के पास लगा रहा भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों का तांता

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन की सूचना से पिथौरागढ़ में हर कोई स्तब्ध और सदमे में है। उनके निधन को हर कोई पिथौरागढ़ और प्रदेश के लिए अपूरर्णीय क्षति के रूप में देख रहा है। बुधवार को अपराह्न चार बजे से ज्यों-ज्यों यह सूचना लोगों में प्रसारित होने लगी, लोग अवाक रह गए, लेकिन लोग इस दुखद समाचार की पुष्टि के लिए एक-दूसरे से या पुष्ट सूत्रों से पूछने का प्रयास करते रहे, क्योंकि अमेरिका में हुए उनके निधन की औपचारिक सूचना देने की स्थिति में कोई नहीं था। जैसे-जैसे इस दुखद समाचार की अपने स्तर पर लोग पुष्टि करते गए, अपने काम-धाम स्थिगित कर लोग इस दुख में शामिल होने लगे। शाम पांच बजे बाद भाजपा नेता, कार्यकर्ता, समर्थक और उनके चाहने वाले नगर के खड़कोट वार्ड में स्थित प्रकाश पंत के घर की तरफ जाने लगे। देर शाम उनके घर के आसपास लोगों का जमावड़ा लग गया। हालांकि रात 9 बजे तक भी दिवंगत वित्त मंत्री प्रकाश पंत के माता-पिता को इस दुखद समाचार से अवगत नहीं कराया गया था। साथ ही न्यूज चैनलों पर समाचार फ्लैश होने की संभावना को देखते हुए पारिवारिक लोगों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके घर का टीवी केबल डिस्कनेक्ट कर दिया, जिससे माता-पिता समाचारों के माध्यम से एकाएक इस सच्चाई को जानकर किसी सदमे में न आ जाएं। हालांकि घर में मौजूद उनकी बहू गीता पंत को मामले की जानकारी दे दी गई थी।
पिथौरागढ़ नगर के खड़कोट वार्ड में जीजीआईसी के पास दिवंगत वित्त मंत्री पंत का घर है। घर में सिर्फ उनके वृद्ध पिता मोहन चंद्र पंत, मां, और उनके छोटे भाई भूपेश पंत की पत्नी गीता पंत ही मौजूद हैं। बीती 29 मई की देर रात नई दिल्ली से प्रकाश पंत अपनी पत्नी चंद्रा पंत, छोटे भाई भूपेश, छोटी बेटी डॉक्टर सुच्ची और राज्य सरकार के एक अधिकारी के साथ अमेरिका के लिए रवाना हुए थे। इलाज के लिए उनके विदेश जाने के बाद से लोगों में उनकी बीमारी की गंभीरता को लेकर सवाल व शंकाएं अधिक गहरा रही थीं, लेकिन कुछ रोज बाद ही उनके निधन का दुखद समाचार सामने आएगा इसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। बहरहाल बुधवार को इस दुखद सच्चाई से लोगों को रूबरू होना पड़ा।
प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन की खबर सुनकर बीजेपी, अन्य पार्टियों के तमाम लोगों के साथ ही उनके चाहने वाले अनेक लोग खड़कोट स्थित उनके घर के पास पहुंच गए। हालांकि प्रकाश पंत के माता-पिता का ध्यान रखकर घर के अंदर किसी को नहीं जाने दिया गया। मगर लोग देर रात तक घर के पास जुटकर दुख की इस घड़ी में शामिल होते रहे।
उनके आकस्मिक निधन पर नगरपालिका अध्यक्ष राजेंद्र रावत ने कहा कि यह उनका निधन पिथौरागढ़ और पूरे प्रदेश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। अब पिथौरागढ़ को प्रदेश और देश के स्तर पर शायद वह मुकाम न मिल पाए जो मिल सकता था। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश जोशी ने कहा कि उनका निधन पिथौरागढ़ और प्रदेश के लिए कभी न भर सकने वाली क्षति है। उनके रहते जो चीजें हो सकतीं थीं वह अब नहीं हो सकतीं। सांसद प्रतिनिधि और भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गणेश भंडारी का कहना है कि सभी के सुख-दुख का साथी और पिथौरागढ़ के लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने और सहयोग करने वाला एक नामी शख्स हमारे बीच से चला गया। उन्होंने पिथौरागढ़ के युवाओं को शिक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए काफी प्रेरणा दी। उन्होंने इसे पिथौरागढ़ के लिए एक बड़ी क्षति करार दिया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष राकेश देवलाल ने कहा कि यह पिथौरागढ़ के लिए बहुत बड़ी क्षति है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती।

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